बैंक खातों में नहीं की जा सकेगी ताक-झांक

बैंककर्मी कामकाज के दौरान ही ले सकेंगे जायजा बार-बार खाता खोलने की पोल खोलेगी अंदरूनी मॉनीटरिंग गोपालगंज : तनिक चूक पर बैंक खातों से हजारों -लाखों रुपये की धोखाधड़ी के मद्देनजर सतर्कता बढ़ने से अब बैंक खातों में बेवजह ताक-झांक नहीं हो सकेगी. बैंक कर्मी भी सिर्फ कामकाज के दौरान ही खाते का जायजा ले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2016 2:54 AM

बैंककर्मी कामकाज के दौरान ही ले सकेंगे जायजा

बार-बार खाता खोलने की पोल खोलेगी अंदरूनी मॉनीटरिंग
गोपालगंज : तनिक चूक पर बैंक खातों से हजारों -लाखों रुपये की धोखाधड़ी के मद्देनजर सतर्कता बढ़ने से अब बैंक खातों में बेवजह ताक-झांक नहीं हो सकेगी. बैंक कर्मी भी सिर्फ कामकाज के दौरान ही खाते का जायजा ले पायेंगे. किसी भी ग्राहक का बैंक खाता बार-बार बेवजह खोलने पर अंदरुनी मॉनीटरिंग शुरू करा दी गयी है. इनका रिकाॅर्ड तैयार कर भविष्य में किसी भी गड़बड़ी पर संबंधित बैंककर्मी से पूछताछ भी की जा सकती है.
अक्सर बैंक खाता संख्या, एटीएम नंबर व पासवर्ड चुराने व ऑनलाइन खरीदारी के बाद रकम निकलने के तमाम मामले आते रहते हैं. अब रिजर्व बैंक, सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की बैंकों के प्रबंधन ने रुख कड़ा किया है. बैंकिंग से जुड़े वरीय अधिकारी के मुताबिक अधिकतर बैंक प्रबंधन मुख्यालयों से संचालित होनेवाली तकनीकी व्यवस्था से बैंक ग्राहकों के खातों की मॉनीटरिंग शुरू करा चुके हैं.
किसी भी बैंक ग्राहक का खाता बिना किसी काम के एक से अधिक बार खोलने का रिकाॅर्ड बन रहा है. बैंक सहायक ने बताया कि प्रबंधन की तरफ से बैंक शाखाओं को भेजी चिट्ठी में साफ निर्देश है कि किसी भी ग्राहक के खाते की जानकारी सिर्फ उसे ही दी जाये. बैंक के अधिकारी सतीश वर्मा ने बताया कि बैंक ग्राहकों के खातों की सुरक्षा के लिए ऐसे फार्मूले इस्तेमाल होते हैं. धोखाधड़ी की बढ़ती शिकायत के मद्देनजर एहतियात बरतने की हिदायत है.

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