आपतकाल इतिहास के साथ छेड़छाड़ जेपी का अपमान : उपेंद्र कुशवाहा

आपतकाल इतिहास के साथ छेड़छाड़ जेपी का अपमान : उपेंद्र कुशवाहाइतिहास से छेड़–छाड़ न करें नीतीश-लालू, अन्यथा बिहार की जनता समय पर देगी जवाब जेपी के आह्वान पर इंदिरा गांधी की सत्ता नही पलटी होती, तो आज नीतीश और लालू का वजूद न होता संवाददाता, पटना राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2016 6:24 PM

आपतकाल इतिहास के साथ छेड़छाड़ जेपी का अपमान : उपेंद्र कुशवाहाइतिहास से छेड़–छाड़ न करें नीतीश-लालू, अन्यथा बिहार की जनता समय पर देगी जवाब जेपी के आह्वान पर इंदिरा गांधी की सत्ता नही पलटी होती, तो आज नीतीश और लालू का वजूद न होता संवाददाता, पटना राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा एवं प्रदेश अध्यक्ष सह जहानाबाद सांसद डा. अरूण कुमार ने आपातकाल इतिहास के साथ की गई छेड़–छाड़ को स्व. जय प्रकाश नारायण का अपमान बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महज सत्ता और कुर्सी पर बने रहने के लिए जेपी के अरमानों का गला घोट दिया. रालोसपा नेताओं ने कहा है कि आपत्तकाल के इतिहास के बारे में पूरा राष्ट्र जानता है कि इंदिरा जी ने इमरजेंसी लगाकर राष्ट्र के साथ विश्वासघात किया था. तब इंदिरा जी के इस कदम की विश्व भर में निंदा हुई थी. आज इंदिरा जी का गुणगान करने वाले नीतीश कुमार और लालू प्रसाद उस समय इंदिरा जी को गाली देते नहीं अघाते थे, अगर जय प्रकाश नारायण उस समय इंदिरा जी के इस कदम के खिलापफ सड़क पर उतर कर पूरे राष्ट्र को नहीं झकझोरे होते और आवाम ने उनके आह्वान पर इंदिरा गांधी की सत्ता नही पलटी होती, तो आज नीतीश और लालू का वजूद न होता. आपातकाल के कारण ही नीतीश और लालू केंद्र और बिहार की सत्ता में आये और आज उनके द्वारा आपातकाल के इतिहास के साथ हुई छेड़छाड़ को समर्थन करना साबित करता है कि इनके जैसा ऐहसानफरोश आज-तक बिहार की धरती पर कोई नहीं हुआ. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आगाह किया कि सत्ता के मद में इतना न डूब जायें कि अपने राजनैतिक जन्मदाता के साथ ही फरेब करने पर उतर जायें. बिहार का इतिहास रहा है, जिसने भी बिहार के महापुरूषों और राजनेताओं के इतिहास के साथ छेड़छाड़ किया है, उसे कभी बक्शा नही गया है. बिहार की जनता किसी को भी तख्त और ताज देना जानती है, तो उससे तख्त और ताज छीन कर जमीन के अंदर दफन करना भी जानती है. दोनों नकताओं ने सीएम से अपील है कि वे जय प्रकाश नारायण जैसे राजनेता, जिसमें देश की तकदीर बदलने की कूव्वत थी और जिनके नाम पर सत्ता में बने हैं, उनके इतिहास को छेड़छाड़ न करें अन्यथा इसका जवाब बिहार की जनता समय पर दे देगी.

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