पांच चीनी मिलों में होगी पूर्वी चंपारण के 153 गांव के गन्ना किसानों की ईख-पेराई

पांच चीनी मिलों में होगी पूर्वी चंपारण के 153 गांव के गन्ना किसानों की ईख-पेराई हनुमान सुगर इंडस्ट्रीज की बंदी संकट से गन्ना किसानों को निजात दिलाने को गन्ना उद्योग विभाग ने की पहल हनुमान सुगर इंडस्ट्रीज पर पूर्वी चंपारण के ईख किसानों का है 17.50 करोड़ रुपये बकाया संवाददाता, पटना पूर्वी चंपारण के 153 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2016 6:38 PM

पांच चीनी मिलों में होगी पूर्वी चंपारण के 153 गांव के गन्ना किसानों की ईख-पेराई हनुमान सुगर इंडस्ट्रीज की बंदी संकट से गन्ना किसानों को निजात दिलाने को गन्ना उद्योग विभाग ने की पहल हनुमान सुगर इंडस्ट्रीज पर पूर्वी चंपारण के ईख किसानों का है 17.50 करोड़ रुपये बकाया संवाददाता, पटना पूर्वी चंपारण के 153 गांवों के गन्ना किसानों को ईख-पेराई के संकट से निजात दिलाने के लिए गन्ना उद्योग विभाग ने नई पहल की है. पूर्वी चंपारण के किसानों के गन्ना-पेराई के लिए आस-पास की पांच चीनी मिलों को विभाग ने राजी कर लिया है. पूर्वी चंपारण के ईख किसानों के गन्ने की पेराई अब-तक हनुमान सुगर इंडस्ट्रीज में होती रही है. चीनी मिल पर पूर्वी चंपारण के ईख किसानों का पिछले दो-तीन वर्षों से 17. 50 करोड़ रुपये बकाया है. ईख किसानों के बकाये का भुगतान तो चीनी मिल ने किया ही नहीं, उस पर से मिल में भी तालाबंदी कर दी. वार्ता के दौरान हनुमान सुगर इंडस्ट्रीज के प्रबंधकों ने गन्ना उद्योग विभाग को स्पष्ट कर दिया है कि वह वर्ष 2016-17 में भी मिल चालू करने की स्थिति में नहीं है. पूर्वी चंपारण के गन्ना किसानों को पेराई- संकट से निजात दिलाने के लिए विभाग ने उन्हें सीतामढ़ी के रीगा, गोपालगंज के सिंधवलिया, विष्णु सुगर मिल, सुगौली के एचपीसीएल और सासामुसा सुगर मिल से जोड़ने का निर्णय लिया है. गन्ना उद्योग विभाग ने पांचों चीनी मिलों को अपने-अपने क्रय केंद्रों से पूर्वी चंपारण के 153 गांवों के ईख किसानों का गन्ना क्रय कर उसकी पेराई कराने का निर्देश जारी किया है. विभाग ने गन्ना क्रय की राशि का भुगतान किसानों को नकद में नहीं, बल्कि उनके बैंक खातों में कराने का निर्देश दिया है.

Next Article

Exit mobile version