मुखिया पद पर आरक्षण से कहीं खुशी-कहीं गम

मुखिया पद पर आरक्षण से कहीं खुशी-कहीं गम हथुआ. पंचायत चुनाव में मुखिया समेत सभी पदों पर आरक्षण तय हो जाने के बाद विभिन्न पंचायतों में कहीं खुशी, तो कहीं गम देखा जा रहा है. खास कर उन पंचायतों में जहां लंबे समय से आरक्षण होने के बाद इस बार मुखिया पद सामान्य होने की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2016 7:00 PM

मुखिया पद पर आरक्षण से कहीं खुशी-कहीं गम हथुआ. पंचायत चुनाव में मुखिया समेत सभी पदों पर आरक्षण तय हो जाने के बाद विभिन्न पंचायतों में कहीं खुशी, तो कहीं गम देखा जा रहा है. खास कर उन पंचायतों में जहां लंबे समय से आरक्षण होने के बाद इस बार मुखिया पद सामान्य होने की संभावना जतायी जा रही थी. अन्य आरक्षण कोटि में आ जाने से संभावित मुखिया प्रत्याशियों को सांप सूंघ गया है. हथुआ प्रखंड की 22 पंचायतों में से इस बार अनारक्षित महिला कोटि में लाइन बाजार, चैनपुर, पचफेड़ा, सिंगहा, मछागर जगदीश, रतनचक, जिगना जगरनाथ को शामिल किया गया है, जिससे मुखिया पद के पुरुष उम्मीदवारों का पत्ता साफ हो गया है. वहीं, पिछड़ा वर्ग महिला में कुसौंधी, हथुआ पंचायत आ गयी है. सबसे ज्यादा धक्का एकडेगा, सोहागपुर, बरवां कपरपुरा के मुखिया प्रत्याशियों को लगा है. यह सीट अनुसूचित जाति तथा जन जाति के लिए आरक्षित कर दी गयी है. इसके कारण मुखिया पद का सपना देख रहे प्रत्याशियों को झटका लगा है. इस बीच सवरेजी, फतेहपुर, सेमरांव, बरीराय भान मटिहानी नैन तथा छाप में खुशी का माहौल है. हालांकि हथुआ के बीडीओ राजेश कुमार का कहना है कि सूची का अनुमोदन हो गया है तथा आगामी कुछ दिनों में पंचायतों को विधिवत आरक्षण घोषित कर दिया जायेगा.

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