एसपी के सामने मोस्टवांटेड विवेक ने किया सरेंडर

आधा दर्जन से अधिक संगीन मामलों में पुलिस को थी तलाश गोपालगंज : मोस्टवांटेड विवेक सिंह ने मंगलवार को नाटकीय ढंग से एसपी निताशा गुड़िया के समक्ष सरेंडर कर दिया. इसने भोरे और हथुआ में ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ा दी थी. इसके सरेंडर करते ही हथुआ अनुमंडल की पुलिस ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2016 7:59 AM
आधा दर्जन से अधिक संगीन मामलों में पुलिस को थी तलाश
गोपालगंज : मोस्टवांटेड विवेक सिंह ने मंगलवार को नाटकीय ढंग से एसपी निताशा गुड़िया के समक्ष सरेंडर कर दिया. इसने भोरे और हथुआ में ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ा दी थी. इसके सरेंडर करते ही हथुआ अनुमंडल की पुलिस ने काफी राहत की सांस ली. एसपी ने भोरे के थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद को प्रक्रिया पूरा करते हुए उसे कोर्ट भेजने का निर्देश दिया.
भोरे थाने के भोरे दक्षिण के रहनेवाले व्यास सिंह के पुत्र विवेक सिंह ने बीएसएफ के जवान हथुआ थाने के नयागांव के रहनेवाले अमित सिंह के प्रभाव में आकर अपराध की दुनिया में कदम रखा.
वह गोरखपुर के सूरत साड़ी कारोबारी प्रेम खेतान से मीरगंज के छाप के पास फौजी अमित सिंह के साथ सितंबर, 2014 में 20 लाख रुपये लूट की घटना को अंजाम देकर अपराधी बन बैठा. उसके बाद उसने भोरे थाना क्षेत्र के लखराव बगीचे में व्यवसायी से लूट, भोरे पेट्रोल पंप लूटकांड, टीवीएस एजेंसी पर रंगदारी के लिए गोलीबारी जैसे कांडों को अंजाम देकर पुलिस को नाको दम कर दिया. इस बीच एसपी के दबाव में उसने नाटकीय ढंग से सरेंडर कर दिया.
एसपी को सरेंडर के दौरान विवेक सिंह ने एक आवेदन दिया. आवेदन डीजीपी और मुख्यमंत्री के नाम से संबोधित था. आवेदन में भोरे के तत्कालीन थानाध्यक्ष गौतम कुमार पर उत्पीड़न का संगीन आरोप लगाते हुए उसने कहा है कि पुलिस के उत्पीड़न से आजिज होकर अपराधी बनने पर मजबूर हुआ.
उसने आरोप लगाया कि थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए गया था, जहां पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी गयी. मैंने इसकी शिकायत एसपी से की. इस पर थानाध्यक्ष गौतम कुमार भड़क गये और उन्होंने मुझ पर झूठा मुकदमा 149/14 दर्ज कर दिया. उसके बाद पेट्रोल पंप पर घटना हुई, जिसके खिलाफ मैंने मुकदमा दाखिल किया. लगातार थानेदार ने मुझ पर झूठा कांड दर्ज कर अपराधी बना दिया.
कांड संख्या : 153/14 – पेट्रोल पंप पर लूटकांड, 137/14 – लखराव बगीचे में व्यवसायी से लूट, 323/14 – मीरगंज थाना क्षेत्र में गोरखपुर के व्यवसायी से 20 लाख की लूट, 185/15 टीवीएस एजेंसी भोरे में रंगदारी की मांग, 149/14- अपने ही गांव के किसान से रंगदारी की मांग, 75/15 – गांव में ही एक किसान से फिर से रंगदारी की मांग, 48/15-शिक्षक से लूटकांड जैसे संगीन मामलों में विवेक सिंह चुनौती बना था.

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