जल्द बंद होगी दवाओं पर कमीशनखोरी

मरीजों की नहीं कटेगी जेब, बढ़ेगी ताकत गोपालगंज : केंद्र सरकार की ओर से फिक्स डोज काॅम्बिनेशन ड्रग्स पर प्रतिबंध लगने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. उनकी न तो जेब बटेगी और न ही अनावश्यक दवाओं के सॉल्ट लेने पड़ेंगे. इतना ही नहीं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी ताकत बरकरार रहेगी. सरकार के इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2016 4:24 AM

मरीजों की नहीं कटेगी जेब, बढ़ेगी ताकत

गोपालगंज : केंद्र सरकार की ओर से फिक्स डोज काॅम्बिनेशन ड्रग्स पर प्रतिबंध लगने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. उनकी न तो जेब बटेगी और न ही अनावश्यक दवाओं के सॉल्ट लेने पड़ेंगे. इतना ही नहीं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी ताकत बरकरार रहेगी. सरकार के इस बड़े निर्णय से केमिस्ट ही नहीं डॉक्टर भी खुश हैं. हां, उन डॉक्टरों को झटका जरूर लगा है, जो कंपनियों से सांठगांठ कर मोटे कमीशन में ऐसी दवाएं मरीजों को लिखते थे.
केंद्र सरकार ने ड्रग्स प्राइस कंट्रोल के जरिये दवाओं के रेट फिक्स किये हैं. सॉल्ट के मुताबिक रेट तय है. फिर भी कंपनियां चोर रास्ता अपनाती रहीं. उन्होंने दो, तीन व चार सॉल्ट को एक करके दवा बना दी. अब तैयार हुई दवा पर इस फाॅर्मूले से सरकारी रेट लागू नहीं होते हैं. इससे कंपनियों को भारी मुनाफा हो रहा था. मरीजों की जेब से अतिरिक्त रकम जा रही थी. खांसी के सीरप में अल्कोहल होने के कारण कोरेक्स व फेंसिडिल सीरप नशेड़ी अधिक प्रयोग करने लग गये. गलत प्रयोग करने के कारण केंद्र सरकारी की एक्सपर्ट कमेटी ने इसकी रिपोर्ट दी. उसके बाद कोरेक्स पर बैन लगा.
क्या कहते हैं डॉक्टर
सरकार के इस निर्णय से मरीजों पर कम खर्च का बोझा पड़ेगा. दवाएं सस्ती मिलेंगी. कमीशन का खेल बंद होगा. साथ ही मरीजों को अनावश्यक कॉम्बिनेशन का सॉल्ट नहीं लेना पड़ेगा.
डॉ जेजे शरण, फिजिशियन गोपालगंज

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