हंगामा. नामांकन के दौरान मांझा प्रखंड कार्यालय बना रणक्षेत्र

पुलिसकर्मियों पर हमला रोड़ेबाजी में बाल-बाल बचे बीडीओ और सीओ पत्रकार भी घायल : रोड़ेबाजी की खबर कवर करने के दौरान मांझा का एक स्थानीय संवाददाता भी घायल हो गया. उसे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मांझा में इलाज कराया जा रहा है. वे खतरे से बाहर बताये गये हैं. रोड़ेबाजी में चार जवानों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 1, 2016 3:48 AM

पुलिसकर्मियों पर हमला

रोड़ेबाजी में बाल-बाल बचे बीडीओ और सीओ

पत्रकार भी घायल : रोड़ेबाजी की खबर कवर करने के दौरान मांझा का एक स्थानीय संवाददाता भी घायल हो गया. उसे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मांझा में इलाज कराया जा रहा है. वे खतरे से बाहर बताये गये हैं.

रोड़ेबाजी में चार जवानों समेत दर्जनों जख्मी

मांझा : नामांकन के दौरान मांझा प्रखंड कार्यालय रणक्षेत्र बन गया. बथुआ पंचायत से पहुंचे प्रत्याशी के समर्थकों ने जम कर उपद्रव किया. इस दौरान उन्हें रोकने पहुंची पुलिस पर हमला कर दिया गया, जिसमें चार जवान समेत एक दर्जन लोग जख्मी हो गये. पुलिस को जान बचा कर भागना पड़ा. घटना की खबर पर आनन-फानन में मांझा थानाध्यक्ष राम सेवक रावत पुलिस बल के साथ पहुंचे. किसी तरह पुलिस ने बल प्रयोग कर उपद्रवियों को प्रखंड परिसर से खदेड़ा. पुलिस की सख्ती पर मामला शांत हुआ. घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में लाया गया है.

उधर, प्रखंड कार्यालय की सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है. पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर उपद्रवियों को चिह्नित कर कार्रवाई में जुट गयी है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गुरुवार को बथुआ पंचायत के मुखिया प्रत्याशी कृष्णा शर्मा नामांकन के लिए अपने समर्थकों के साथ पहुंचे. समर्थक नशे की हालत में थे. माथे पर पीला पट्टी बांधे हुए थे. प्रत्याशी नामांकन के लिए प्रखंड कार्यालय में चले गये, जबकि समर्थक नारेबाजी करते हुए ड्राॅप गेट तोड़ कर भीतर घुसने का प्रयास करने लगे.

तैनात पुलिस कर्मी जवाहर चौधरी, बलराम यादव, भूषण यादव, राजेश यादव आदि ने रोकने का प्रयास किया, तो समर्थक उन पर टूट पड़े. भीड़ से रोड़ेबाजी शुरू हो गयी. इसकी सूचना पर पहुंचे बीडीओ अशोक कुमार दिव्यांशु तथा सीओ राजेश कुमार के समझाने पर भी उपद्रवी मानने को तैयार नहीं हुए. इससे मौजूद एएसआइ सफी अहमद खां समेत पुलिस के जवानों को भाग कर जान बचानी पड़ी. बाद में थानाध्यक्ष ने पुलिस बलों के साथ पहुंच कर बल प्रयोग कर किसी तरह से स्थिति को काबू में किया.

Next Article

Exit mobile version