उचकागांव : राज्य के मदरसों को हाइटेक कर आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की तैयारी सरकार कर रही है. तकनीकी शिक्षा पर विशेष बल दिया जायेगा. मदरसों में सभी विषयों की समानांतर पढ़ाई होगी. मदरसे में पढ़नेवाले छात्र भी शिक्षा की मुख्य धारा से जुड़ेंगे. ये बातें सूबे के शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने बंकीखाल गांव स्थित ज्याउल इसलाम मदरसे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं. उन्होंने कहा कि 33 फीसदी में से 17 प्रतिशत की आबादी आज भी मदरसे में पढ़ती है,
लेकिन इनमें से एक भी बच्चे ऊंचे ओहदे तक नहीं पहुंच पाते हैं. मदरसे में पढ़नेवाले छात्र आइएएस, आइपीएस, प्रशासनिक अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर नहीं बन पा रहे हैं. इसकी चिंता सरकार को है. सूबे की सरकार जिन मदरसों को सहायता देती है, उन्हें हाइटेक कर उच्च शिक्षा से जोड़ने की तैयारी चल रही है. सरकार की मंशा मदरसों में तकनीकी शिक्षा शुरू करने की है. सरकार चाहती है कि उर्दू जो तहजीब और अदब की भाषा है को बेहतर मौका मिले.
मौके पर हथुआ के विधायक रामसेवक सिंह, बरौली के विधायक मो नेमतुल्लाह, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष इफ्तेखार हैदर, उपाध्यक्ष राजेश पाठक अधिवक्ता, धनंजय द्विवेदी, धन्नु राजा, आनंद बिहारी प्रसाद सिन्हा, सराफत हुसैन, दिलशाद खान, राज कुमारी गुप्ता, मो जकारिया, आबिद हुसैन, धनंजय प्रसाद यादव, विंध्याचल प्रसाद आदि मौजूद थे.