सुशील मोदी बताएं कि शराबबंदी के साथ हैं या फिर शराब व्यवसायियों के साथ : संजय
सुशील मोदी बताएं कि शराबबंदी के साथ हैं या फिर शराब व्यवसायियों के साथ : संजयसंवाददाता, पटना जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी बेचैन आत्मा हो गये हैं. जब बिहार सरकार ने राज्य में आंशिक शराबबंदी की तो हल्ला करने लगे कि पूर्ण शराबबंदी होनी चाहिए. जब नीतीश […]
सुशील मोदी बताएं कि शराबबंदी के साथ हैं या फिर शराब व्यवसायियों के साथ : संजयसंवाददाता, पटना जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी बेचैन आत्मा हो गये हैं. जब बिहार सरकार ने राज्य में आंशिक शराबबंदी की तो हल्ला करने लगे कि पूर्ण शराबबंदी होनी चाहिए. जब नीतीश कुमार ने पूर्ण शराबबंदी कर दी, तो कहने लगे कि शराब व्यवसायियों को मुआवजा दें. सुशील मोदी तय करें कि वह किसके साथ हैं वह शराब व्यवसायियों के साथ हैं या फिर शराबबंदी के साथ. क्हर रोज सुशील मोदी का बयान अपने ही बयान से पलट जाता है. पहले कहते थे कि शराबबंदी नहीं होगी, फिर कहने लगे पूर्ण शराब बंदी नहीं हो सकती. जब पूर्ण शराब बंदी हो गयी तो अब कहते हैं कि पूर्ण शराब बंदी से शराब व्यवसायियों के नुकसान का भरपाई करें बिहार सरकार. सुशील मोदी अपने बयान में खुद फंस जाते हैं. उन्होंने कहा कि सुशील मोदी का ये बयान हास्यास्पद है कि आर्मी के कैंटिन में शराब क्यों बेची जायेगी? आर्मी के कैंटिन में हर आर्मी के जवान का एक कोटा होता है. आर्मी में उस कोटे से ज्यादा शराब किसी भी जवान को नहीं दिया जाता है. जब आर्मी के जवानों को एक लिमिट में शराब मिलेगी तो फिर आम सिविलियन को शराब कैसे मिलेगी? अब राज्य सरकार ने पूर्ण शराब बंदी की है तो पूरी तैयारी के साथ की गयी है. शराब कारोबारियों का क्या होगा इसके लिए सुशील मोदी परेशान ना हों. वे इसलिए परेशान हैं कि भाजपा में ज्यादातर नेता शराब व्यवसाय से जुड़े हैं. वो सभी के सभी एक पल में बेरोजगार हो गये. जो धंधा सुशील मोदी के संरक्षण में चल रहा था, अब वो व्यवसायी इन पर दबाव बनाने लगे हैं, तो सुशील मोदी सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि उन शराब व्यवसायियों को मुआवजा दिया जाये. बिहार सरकार ने पहले ही ये ऐलान कर दिया था कि एक अप्रैल को देसी शराब बंद होगी और उसके बाद विदेशी भी बंद करके पूर्ण शराब बंदी कर दी जायेगी.