पेज तीन का फ्लायर…..संयोग. विक्रम संवत 2073 व कलियुग का 5118वां वर्ष हेडिंग : चैत्र नवरात्र शुरू, समृद्धि भरा होगा नववर्ष नववर्ष का राजा शुक्र और मंत्री बुध होगा धार्मिक कार्यों की हो गयी शुरुआत संवाददाता4गोपालगंजचैत्र शुक्ल पक्ष यानी नवरात्र की शुरुआत हो गयी है. विक्रम संवत 2073 कलियुग का 5118वां वर्ष शुरू हो गया. इस दिन गौरी पूजन ध्वजारोपण दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ ही धार्मिक कार्य शुरू हो गया. नववर्ष का राजा शुक्र और मंत्री बुध होगा. इस कारण नववर्ष में देश में समृद्धि आयेगी. विक्रम संवत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का महत्वविक्रम संवत 2073 चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि अत्यंत पवित्र है. इसी दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था. युगों में प्रथम सतयुग का प्रारंभ भी इसी तिथि को हुआ था. इसी दिन राजा विक्रमादित्य ने शकों पर विजय प्राप्त की थी. उसे चिर स्थायी बनाने के लिए उन्होंने विक्रम संवत का शुभारंभ किया था. इस दिन प्रात: नित्य कर्म करके तेल का उबटन लगा कर स्नान कर शुद्ध व पवित्र होकर हाथ में गंध, पुष्प, अक्षत जल लेकर संकल्प कर ब्रह्मा जी की स्वर्ण प्रतिमा अष्ट दल कमल पर स्थापित करनी चाहिए. अच्छी वर्षा और फसल होने की संभावनाज्योतिष विशेषज्ञ डॉ विजय ओझा ने बताया कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नया साल शुरू होगा. इस वर्ष के राजा शुक्र है और मंत्री होंगे. ज्योतिषियों की मानें, तो यह साल काफी सुखद रहेगा. मंत्री बुध के प्रभाव से इस वर्ष अच्छी वर्ष का योग बन रहा है. इससे अच्छी फसल और वृक्षों पर फल-फूल लदे रहेंगे. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही ब्रह्मा ने शुरू की सृष्टि पं डॉ विजय ओझा ने बताया कि विक्रम संवत 2073 अंगरेजी कैलेंडर के अनुसार आठ अप्रैल से शुरू होगा. परमपिता ब्रह्माजी ने चैत्र प्रतिपदा के दिन ही सृष्टि की शुरुआत की थी. यह भी जानें-मेष संक्रांति के दिन से ही मंत्री पद का निर्धारण है. इसी कारण इस वर्ष राजा शुक्र और बुध को मंत्री माना गया है.-बुध के मंत्री होने से उद्योग-व्यापार, गणित, विज्ञान और सूचना-प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में देश का मान बढ़ेगा.- सत्ता राजनीति के लोग आपसी झगड़े को भुला कर देश और जनता के कल्याण के लिए कार्य करेंगे.-सौम्य संवत्सर के स्वामी भगवान शंकर जी हैं. इसलिए शंकर जी की कृपा से सभी समस्याओं का समाधान होता रहेगा.-खगोलीय मंत्री परिषद के कुल 10 विभागों में से छह विभाग शुभ ग्रहों को प्राप्त है. इस देश की जनता के लिए शुभ संकेत है.- 2073 संवत का प्रवेश कन्या लगन में हो रहा है. वर्ष की कुंडली में लग्नेश निर्बल होकर दुष्ट स्थान में बैठा है.- देश को गुप्त शत्रुओं से काफी क्षति पहुंचने की आशंका है.- धनाभाव लाभ स्थान पर शुभ ग्रह की दृष्टि अत्यंत ही शुभ कारक है.किस राशि पर क्या असर मेष : वाहन संभल कर चलायें, तनाव से बचें.वृष: संतान से लाभ, पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति.मिथुन : संपत्ति में वृद्धि, आय के श्रोत बढ़ेंगे.कर्क : परिजन से संबंधों में सुधार, उन्नति के अवसर मिलेंगे.सिंह : धन प्राप्ति के अवसर के साथ खर्च भी बढ़ेगा.कन्या : आर्थिक लाभ से पदोन्नति के अवसर मिलेंगे.तुला : मानसिक कष्ट, परिवार में मांगलिक कार्य से अधिक खर्च होगा.वृश्चिक : आय के साथ खर्च बढ़ेगा.धनु : विचारों में सकारात्मकता आयेगी, प्रतिष्ठा बढ़ेगी.मकर : पारिवारिक संबंधों में सुधार, रोजगार में सफलता.कुंभ : रुके कार्य पूरे होंगे.मीन : वाणी पर संयम रखें, विवाद होंगे समाप्त.
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