सत्ता की चाह में अपने हुए पराये
भाई-भाई, जेठानी-देवरानी, भाभी-ननद व ससुर-बहू हैं आमने-सामने कटेया : सच कहा गया है कि राजनीति दोधारी तलवार है. ये दूसरों के साथ-साथ अपनों को भी काटने का काम करती है. इसके कई प्रमाण कटेया प्रखंड में देखने को मिल रहे हैं जहां राजनीति के लिए अपने पराये बन गये हैं. दोनों ओर से सत्ता के […]
भाई-भाई, जेठानी-देवरानी, भाभी-ननद व ससुर-बहू हैं आमने-सामने
कटेया : सच कहा गया है कि राजनीति दोधारी तलवार है. ये दूसरों के साथ-साथ अपनों को भी काटने का काम करती है. इसके कई प्रमाण कटेया प्रखंड में देखने को मिल रहे हैं जहां राजनीति के लिए अपने पराये बन गये हैं. दोनों ओर से सत्ता के लोभ में हर वह चाल चला जा रहा है, जो दुश्मनों के विरुद्ध भी चलने से पहले सोचना पड़ता है. कटेया के पंचायत चुनाव ने ऐसा रंग दिखाया है कि राजनीति का पहला चोट परिवार पर ही दिखने लगा है.
प्रखंड की बैरियां पंचायत में दो सगे भाई एक दूसरे के सामने खड़े हैं. बैरिया के निवर्तमान मुखिया को उनके अनुज एवं पूर्व मुखिया से ही चुनौती मिल रही है. वहीं, जय सौली पंचायत में दो सगे भाइयों की पत्नियां मैदान में कूद पड़ी हैं. दोनों भाई अपनी-अपनी पत्नियों की जीत सुनिश्चित करने में लगे हैं.
बेलहीं पंचायत की राजनीति पर तिवारी परिवार का शुरू से दबदबा रहा है. इस बार मुखिया के लिए परिवार की बहू की चचेरी ननद ने ही चुनौती दे रखी है, जिससे मतदाता असमंजस में हैं. इसी तरह रूदलपुर पंचायत में ससुर-बहू को चुनावी दंगल में देखे जा रहे हैं. राजनीति के इस रूप को देख कर हर कोई भ्रमित और संशय में है.