विशुनपुर में मतदाताओं ने लिया ऐतिहासिक फैसला, चालक को बनाया मुखिया
पंचायत के आरक्षित होने के बाद चालक को बनाया गया उम्मीदवार चालक पर मतदाताओं ने जताया भरोसा, पहनाया जीत का ताज गोपालगंज : सदर प्रखंड की विशुनपुर पिमी पंचायत जहां आजादी के बाद से अब तक शाही परिवार पर पंचायत का भरोसा रहा है. जब तक यहां हिरा शाही थे तब तक मुखिया रहे. उनके […]
पंचायत के आरक्षित होने के बाद चालक को बनाया गया उम्मीदवार
चालक पर मतदाताओं ने जताया भरोसा, पहनाया जीत का ताज
गोपालगंज : सदर प्रखंड की विशुनपुर पिमी पंचायत जहां आजादी के बाद से अब तक शाही परिवार पर पंचायत का भरोसा रहा है. जब तक यहां हिरा शाही थे तब तक मुखिया रहे. उनके निधन के बाद उनका विरासत आदित्य शंकर शाही ने संभाला. वर्ष 2011 से अब तक मुखिया रहे पंचायत के आरक्षित होने के बाद यहां से उन्हें चुनाव लड़ना मुश्किल हुआ. पंचायत के लोगों के साथ बैठक किये. बैठक के बाद सर्व सम्मती से निर्णय कर अपने चालक मुकुंद पासवान को मुखिया
पद के लिए उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिये. मुकुंद पासवान पर पंचायत के लोगों ने इस बार फिर भरोसा जताया तथा मुकुंद पासवान को मुखिया पद का ताज हासिल हुआ. मुकुंद पासवान की जीत को पंचायत के मतदाता अपना जीत मान रहे है. मतगणना केंद्र एमएम उर्दू तुरकहां में जैसे ही चुनाव परिणाम की घोषणा हुआ कि मुखिया आदित्य शंकर शाही के परिजन से लेकर समर्थकों का चेहरा खिल उठा.
और खुद हार गये आदित्य शंकर शाही : विशुनपुर पिमी पंचायत के आरक्षित होने के बाद विशुनपुर पूर्वी पंचायत से मुखिया के पद के लिए जदयू के कार्यकारी जिलाध्यक्ष रहे आदित्य शंकर शाही चुनाव लड़े. विशुनपुर पूर्वी पंचायत के मतदाताओं ने उन्हें नकार दिया. यहां आदित्य शंकर शाही को हरा कर अमर यादव मुखिया चुने गये है.
चुनाव परिणाम आने के साथ ही एक तरफ खुशी तो दूसरी तरफ गम का माहौल शाही परिवार को झेलना पड़ा. आज तक यह परिवार हार का सामना नहीं किया था. अपने कुशल नेतृत्व और गरीबों के बीच सहयोग ने इनका हर पल साथ दिया. इस हार से आदित्य शंकर शाही को चुनाव का कई कड़वा सच से सामना करना पड़ रहा है.