आठ दिनों से शहरवासियों को रुला रही बिजली
गोपालगंज : न दिन को चैन न रात को सुकून, कहीं पानी की टंकी खाली है, तो कहीं पंखे शोभा की वस्तु बन कर रह गये हैं. किसी को गरमी से परेशानी है, तो कोई पानी के लिए बेचैन है. यह हाल है शहर का, जहां बिजली ने शहरवासियों का सुख-चैन छीन लिया है. विगत […]
गोपालगंज : न दिन को चैन न रात को सुकून, कहीं पानी की टंकी खाली है, तो कहीं पंखे शोभा की वस्तु बन कर रह गये हैं. किसी को गरमी से परेशानी है, तो कोई पानी के लिए बेचैन है. यह हाल है शहर का, जहां बिजली ने शहरवासियों का सुख-चैन छीन लिया है. विगत आठ दिनों से प्रतिदिन आ रही आंधी-पानी ने बिजली व्यवस्था को ध्वस्त करके रख दिया है.
एक जगह की गड़बड़ी ठीक की जा रही है, तो दूसरी जगह बड़ी समस्या उत्पन्न हो जा रही है. कभी पोल टूट रहा है, तो कहीं ट्रांसफॉर्मर खराब हो रहा है. बात ऐसी नहीं कि विभाग तत्पर नहीं है, लगातार काम कराये जा रहे हैं फिर भी शहर में बिजली की आपूर्ति चार से पांच घंटों तक सिमट कर रह गयी है. ऐसे में शहरवासी परेशान हैं. आखिर इस दर्द की दवा क्या है ? बिजली की कटौती से शहर में हाहाकार मच गया है.
बिजली नहीं रहने के कारण पानी का भी संकट भी उत्पन्न हो गया है. बड़े घरों में जेनेरेटर चल रहे हैं, जबकि मध्यम परिवार के लोगों के घरों में पानी नहीं है. पानी के लिए हाहाकार मचा है. बिजली के अभाव में मोटर से पानी नहीं चढ़ पा रहा है. शौचालय, स्नान यहां तक की खाना बनाने और बरतन साफ करने तक को पानी का संकट उत्पन्न है.