डॉक्टर पुत्र निकला अपराधी

गोपालगंज : दिल्ली एनसीआर इलाके से गिरफ्तार नजीबुल रहमान साइबर अपराधी निकला़ उसके पिता भोरे में डॉक्टर थे़ पिता ने बेटे को इंजीनियर बनाने का सपना देखा था़ इसके लिए दिल्ली के एक कॉलेज में उसका दाखिला कराया गया था. बीटेक की पढ़ाई करने के बाद वह नौकरी नहीं बल्कि साइबर अपराध का रास्ता चुना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2016 8:18 AM
गोपालगंज : दिल्ली एनसीआर इलाके से गिरफ्तार नजीबुल रहमान साइबर अपराधी निकला़ उसके पिता भोरे में डॉक्टर थे़ पिता ने बेटे को इंजीनियर बनाने का सपना देखा था़ इसके लिए दिल्ली के एक कॉलेज में उसका दाखिला कराया गया था.
बीटेक की पढ़ाई करने के बाद वह नौकरी नहीं बल्कि साइबर अपराध का रास्ता चुना और साइबर अपराध का गैंगेस्टर बन गया. वह दिल्ली के एनसीआर इलाके में रह कर साइबर अपराध को कई प्रदेशों में संचालित करने करने लगा. भोरे थाने के दर्जनों युवक इस गैंग के सक्रिय सदस्य हैं
इनका संबंध दिल्ली से जुड़ा था.
पुलिस सूत्रों की मानें, तो भोरे थाने के सोहनरिया गांव के तथा वर्तमान में डुमर नरेंद्र गांव के रहनेवाले नजीबुल रहमान के पिता डॉक्टर थे. उनको शौक था कि उनका नजीबुल रहमान इंजीनियर बन कर नाम रोशन करे. उन्होंने बेटे को पढ़ने के लिए दिल्ली भेजा था, जहां पढ़ाई करने के बाद वह बैंकों के खाते से सेंधमारी करने में माहिर बन गया. आलम यह की सुबह गोवा तो शाम में मुंबई का टूर करने लगा. इस बीच इस गैंग ने यूपी के पिलीभीत के अपर जिला जज विनय कुमार के खाते से मार्च में 15.40 लाख रुपये निकाल लिये. एडीजे की तहरीर पर पिलीभीत के कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया.
यूपी क्राइम ब्रांच की टीम ने सर्विलांस की मदद से नजीबुल रहमान, भोरे के छापर गांव के वीरेश कुमार तथा उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के पिपरा गांव निवासी संतोष चौहान को धर दबोचा. इनके पास से पुलिस ने 6.92 लाख रुपये नकद, 2.80 लाख रुपये कीमत के जेवरात, स्विफ्ट डिजायर कार, तीन लैपटॉप, दो नेटसटल, दो चार्जर, दो बैटरियां, दो टिकट बुकिंग कॉपी, सात मोबाइल फोन बरामद किये.

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