स्कूलों के महत्वपूर्ण दस्तावेज लगे हाथ

ऑपरेशन सीबीएसइ . नामांकन में फर्जीवाड़े को उजागर करने में जुटा प्रशासन गोपालगंज : सीबीएसइ में बेहतर रिजल्ट लाने का लोभ देकर छात्रों से एडमिशन में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद प्रशासन की तरफ से गठित जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है. जांच रिपोर्ट के अलावा प्रशासन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2016 6:37 AM

ऑपरेशन सीबीएसइ . नामांकन में फर्जीवाड़े को उजागर करने में जुटा प्रशासन

गोपालगंज : सीबीएसइ में बेहतर रिजल्ट लाने का लोभ देकर छात्रों से एडमिशन में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद प्रशासन की तरफ से गठित जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है. जांच रिपोर्ट के अलावा प्रशासन को स्कूलों के महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं. यह दस्तावेज स्कूलों की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं. नामांकन से लेकर परीक्षा तक में अभिभावकों से भरपूर शोषण किये जाने का खुलासा हुआ है. जिन विद्यालयों में छापेमारी की गयी है,
उनकी तरफ से महज आठवीं तक का वर्ग संचालित होने का दावा किया गया है, जबकि दस्तावेज में दसवीं तक की पढ़ाई कराये जाने के साक्ष्य प्रशासन को मिले हैं. प्रशासन के वरीय अधिकारी साक्ष्यों को खंगालने में जुटे हैं. विभागीय सूत्रों का मानना है कि जिन विद्यालयों में आठवीं तक सीबीएसइ पैटर्न से पढ़ाई हो रही है उनकी संबद्धता की क्या प्रक्रिया है इसकी जांच की जा रही है. जांच को लेकर प्राइवेट स्कूलों के भी सांस अटकी हुई है.
प्रशासन के अधिकारी बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई में जुटे हुए हैं.
बाहर के मान्यता प्राप्त स्कूलों से दिलायी जाती थी परीक्षा
सीसीटीवी फुटेज से खुलेगा राज, शिक्षा विभाग से लेकर समाहरणालय तक गहमागहमी
जांच टीम के द्वारा स्कूलों में लगे सीसीटीवी की फुटेज को खंगाला जा रहा है. अधिकारी यह खोजने में जुटे हैं कि वर्ग नौ और 10 की पढ़ाई होती है या नहीं. छापेमारी के दौरान बेशक ही छात्र नौवीं और 10वीं के नहीं मिले हैं. वर्ग एक से आठ तक ही पढ़ाने की बात कही गयी है. प्रशासन की तरफ से भी फूंक-फूंक कर जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है.
निजी स्कूलों पर छापेमारी के दूसरे दिन शिक्षा विभाग से लेकर समाहरणालय तक काफी गहमागहमी रही. स्कूल के संचालकों की भीड़ देखी गयी. कैंपस में पूरे दिन इसका चर्चा होती रही. विभाग के अधिकारियों के पास पहुंच पैरवी से लेकर हर स्तर से जांच को अपने पक्ष में कराने में जुटे रहे. जांच टीम ने छापेमारी के दौरान पल-पल की वीडियोग्राफी भी करा रखी है.

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