गंडक के निशाने पर एक दर्जन गांव

त्रासदी . आबादी की तरफ तेजी से बढ़ रही नदी की धारा, पलायन शुरू अब गंडक नदी बेकाबू होने लगी है. सदर प्रखंड के कटघरवा में कटाव से अफरा-तफरी मची हुई है. लोग सामान को सुरक्षित करने में जुट गये हैं. दो दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिर गये हैं. बुधवार को वाल्मीकि नगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2016 4:25 AM

त्रासदी . आबादी की तरफ तेजी से बढ़ रही नदी की धारा, पलायन शुरू

अब गंडक नदी बेकाबू होने लगी है. सदर प्रखंड के कटघरवा में कटाव से अफरा-तफरी मची हुई है. लोग सामान को सुरक्षित करने में जुट गये हैं. दो दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिर गये हैं. बुधवार को वाल्मीकि नगर बराज से 1.42 लाख क्यूसेक जल डिस्चार्ज किया गया है.
गोपालगंज : गंडक नदी की धारा एक दर्जन गांवों के अस्तित्व को मिटाने पर तूली हुई है. नदी लगातार आबादी की तरफ बढ़ रही है. बाढ़ नियंत्रण विभाग की तरफ से धारा मोड़ने का प्रयास अब तक सफल नहीं हुआ है. इससे नदी का अटैक सीधे गांव पर हो रहा है. सदर प्रखंड की कटघरवा पंचायत के खाप मकसुदपुर गांव के करीब नदी के पहुंच जाने से यहां लगभग तीन सौ से अधिक परिवार उजड़नेवाले हैं.
लोग अपने घरों के सामान को निकाल कर नये आशियाने की तलाश में जुट गये हैं. नदी गांव के समीप तेजी से कटाव कर रही है. खाप मकसुदपुर की रहनेवाली विमला देवी की आंखों में आंसू भरा हुआ था. वह अपने तीन बच्चों के साथ एक झोंपड़ी में रहती है. पति गुजरात में मजदूरी करता है. बच्चों को लेकर कहां जाये इसको लेकर वह सांसत में पड़ी हुई है. यह अकेले विमला ही नहीं बल्कि गांव के हर व्यक्ति की पीड़ा है. गांव के कई लोग सामान को निकाल कर इंतजार कर रहे हैं कि नदी ने अगर गांव की तरफ कटाव जारी रखा, तो अपने घर को तोड़ कर ईंट और अन्य सामान को सुरक्षित कर लेंगे. बता दें कि पिछले वर्ष नदी ने कटघरवा, मेहदिया, रजवाही, भोजली, मकसुदपुर, मलाही टोला समेत छह गांवों के अस्तित्व को मिटा दिया था. इस बार कटाव अगर इसी तरह जारी रहा, तो भसही, खाप मकसुदपुर, जगीरीटोला वार्ड नंबर एक, ख्वाजेपुर पर भी खतरा मंडरा रहा है.

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