खौफ के साये में गुजर रही बाढ़पीिड़तांे की जिंदगी

राहत कार्य शुरू . डीडीसी से लेकर अधिकारी ने प्रभावित क्षेत्रों में संभाला मोरचा, अब सता रहा सांप-िबच्छू का डर नेपाल में भारी वर्षा होने से पांच लाख क्यूसेक से अधिक जल डिस्चार्ज किये जाने की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट किया था. इस अलर्ट के बाद महज 3.20 लाख क्यूसेक जल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2016 1:29 AM

राहत कार्य शुरू . डीडीसी से लेकर अधिकारी ने प्रभावित क्षेत्रों में संभाला मोरचा, अब सता रहा सांप-िबच्छू का डर

नेपाल में भारी वर्षा होने से पांच लाख क्यूसेक से अधिक जल डिस्चार्ज किये जाने की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट किया था. इस अलर्ट के बाद महज 3.20 लाख क्यूसेक जल डिस्चार्ज रहा है. इससे बाढ़ नियंत्रण विभाग ने राहत की सांस ली है.

गोपालगंज : गंडक नदी में आनेवाले पानी से फिलहाल राहत मिली है. इससे 167 गांवों में तबाही की आशंका समाप्त हो चुकी है. गंडक नदी का जल स्तर बढ़ रहा है. बढ़ते जल स्तर के बीच सलेमपुर छरकी पर पानी का रिसाव शुरू हो गया. छरकी के कमजोर होने के कारण टूटने की आशंका ग्रामीणों में बढ़ गयी. लोगों की सूचना पर तत्काल बाढ़ नियंत्रण विभाग ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है. बाढ़ नियंत्रण विभाग ने इससे किसी तरह की क्षति नहीं होने की दावा किया है. वहीं, पतहरा तटबंध पर भी नदी का दबाव बना हुआ है.

नदी के दबाव को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता जेपी सिंह, बाढ़ एक्सपर्ट मुरलीधर सिंह, श्याम बाबू प्रसाद की टीम कैंप कर रही है. उधर, बाढ़ से घिरे गांव में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की मुहिम में प्रशासन जुटा है. डीडीसी दयानंद मिश्र ने बैकुंठपुर ब्लॉक के बाढ़ग्रस्त इलाके में जाकर स्थिति का आकलन कर डीएम को रिपोर्ट सौंपी है. उधर, डीएम राहुल कुमार ने बताया कि नेपाल से आनेवाले पानी को लेकर पूरी तैयारी की गयी थी.

हालांकि खतरा टल गया है. लेकिन, मेरे अधिकारी ने प्रत्येक प्रखंड में प्रभावित गांवों में पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिये हैं. पल-पल की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. एनडीआरएफ की टीम ने सिधवलिया, बैकुंठपुर तथा कुचायकोट में पहुंच कर बचाव कार्य शुरू कर दिया है.

सदर प्रखंड में गंडक नदी की तबाही को देखने के लिए राजद की टीम प्रभावित गांव में पहुंची. स्थिति की भयावहता को देख जिला प्रशासन से तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू करने की अपील की गयी. राजद के जिलाध्यक्ष रेयाजुल हक राजू, इम्तेयाज अली भुट्टो, अरुण सिंह, राकेश तिवारी, मुखिया कृष्णा यादव, मुकेश यादव, सत्तार अली की टीम बरइपटी, रामपुर टेंगराही, भैंसही, नवादा, मलाही टोला आदि गांव में पहुंच कर पीड़ितों से मिलने के बाद काफी प्रभावित हुई .

और तत्काल आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री से बात कर हर स्थिति में बचाव कार्य में तेजी लाने की मांग की है.

गंडक नदी में तबाही से िमली राहत, नेपाल से महज 3.20 लाख क्यूसेक जल डिस्चार्ज

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