मचान और छप्पर बना बाढ़पीड़ितों का सहारा

बाढ़पीड़ितों की दशा देखने पहुंचे डीएम सासामुसा : कुचायकोट प्रखंड की चार पंचायतों में आयी बाढ़ के कारण एक दर्जन से अधिक गांवों में लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. सिपाया रिंग बांध टूटने के बाद पहुंचे डीएम को लोगों ने सिपाया में त्रासदी की पूरी जानकारी दी. लोगों से मिली जानकारी के बाद डीएम राहुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2016 4:49 AM

बाढ़पीड़ितों की दशा देखने पहुंचे डीएम

सासामुसा : कुचायकोट प्रखंड की चार पंचायतों में आयी बाढ़ के कारण एक दर्जन से अधिक गांवों में लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. सिपाया रिंग बांध टूटने के बाद पहुंचे डीएम को लोगों ने सिपाया में त्रासदी की पूरी जानकारी दी. लोगों से मिली जानकारी के बाद डीएम राहुल कुमार ने एनडीआरएफ की वोट से कालामटिहिनिया, खेम मटिहिनिया, दुर्गमटिहिनिया विशंभरपुर, रूपछाप, सलेहपुर, सिपाया टोला, हजामटोली, अहिरटोली समेत दियारा की स्थिति अपनी आंखों से देखी. डीएम ने पीड़ितों की दुर्दशा को देख गंभीरता से लिया. उन्होंने गांव में जा जाकर घर-घर की स्थिति का आकलन किया. डीएम ने लोगों को आश्वस्त किया कि 24 घंटे के भीतर सबको बाहर निकाल लिया जायेगा.
पीिड़तों को नहीं मिला पॉलीथिन
सिपाया तटबंध पर शरण लिये बाढ़पीड़ितों को प्रशासन की तरफ से एक अदद पॉलीथिन तक उपलब्ध नहीं कराया गया. माचिस, मोमबत्ती तक नहीं दिया गया है. प्रशासन से लेकर नेता तक यहां आकर हाल-चाल लेकर लौट जा रहे हैं. किसी की तरफ से यहां कोई व्यवस्था नहीं करायी जा रही है. बाढ़ राहत कैंप में भी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है.

Next Article

Exit mobile version