अरहर की चाल चली चने की दाल
महंगाई दलहन मंडियों में 60 फीसदी विदेशी दालों की बिक्री गोपालगंज : दाल की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रही है. इन दिनों चने की दाल की रेट तेजी से भाग रही है. विगत 15 दिनों के अंदर 100 रुपये प्रति किलो से बढ़ 120 रुपये किलाे तक जा पहुंच गयी है. मटर […]
महंगाई दलहन मंडियों में 60 फीसदी विदेशी दालों की बिक्री
गोपालगंज : दाल की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रही है. इन दिनों चने की दाल की रेट तेजी से भाग रही है. विगत 15 दिनों के अंदर 100 रुपये प्रति किलो से बढ़ 120 रुपये किलाे तक जा पहुंच गयी है. मटर दाल को छोड़ दें, तो सभी दाल शतक के आसपास हैं. इनमें अरहर दाल 140 रुपये प्रतिकिलो के करीब बिक रही है. बाजार में मटर दाल 50 रुपये, मूंग, मसूर और उड़द दाल 80 से 100 रुपये के आसपास उपलब्ध हैं. कारोबारी मोहन प्रसाद ने कहा कि महाराष्ट्र के कई जिलों में अरहर दाल की खेती होती है. महाराष्ट्र में सूखे की वजह से काफी फसल बरबाद हो गयी.
इसके चलते देश की बड़ी मंडियों में दाल कम पहुंची और इसकी कीमतें बढ़ गयी हैं. विगत दो सालों से पानी कम बरसने से दलहन की कमी को पूरा करने के लिए सरकार कई देशों से दाल मंगा रही है. इसमें कनाडा, फ्रांस, अमेरिका, मोजाम्बिक, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की दाल हम खा रहे हैं.
गोपालगंज की प्रमुख दलहन मंडी में 60 फीसदी दाल विदेशी ही हैं. बाजार में लगभग 15 लाइसेंसी दुकानें हैं. दाल के थोक कारोबारी रंजीत ने बताया कि दाल के दामों पर काबू पाने की अब तक की सरकारी कोशिशें नहीं की जा रही हैं. विदेश से आनेवाली दाल से भी कोई खास अंतर नहीं पड़नेवाला है.