दवा व्यवसायी की हत्या के बाद उपद्रव
आक्रोश. अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक बाजार बंद रखने का एलान हथुआ-मीरगंज मार्ग पर आगजनी कर परिचालन को रोका हथुआ थाने के पास दिनदहाड़े दवा व्यवसायी की हत्या से व्यवसायी आक्रोशित हो गये. शाम होते ही व्यवसायी सड़क पर उतर गये और विरोध में आगजनी कर उपद्रव शुरू कर दी. हथुआ एसडीएम चोटिल हो […]
आक्रोश. अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक बाजार बंद रखने का एलान
हथुआ-मीरगंज मार्ग पर आगजनी कर परिचालन को रोका
हथुआ थाने के पास दिनदहाड़े दवा व्यवसायी की हत्या से व्यवसायी आक्रोशित हो गये. शाम होते ही व्यवसायी सड़क पर उतर गये और विरोध में आगजनी कर उपद्रव शुरू कर दी. हथुआ एसडीएम चोटिल हो गये. व्यवसायी अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी करने की मांग पर अड़े हैं.
हथुआ : हथुआ बाजार में दवा व्यवसायी की हत्या के विरोध में व्यवसायियों ने बाजार को बंद करा दिया. आक्रोशित व्यवसायियों ने सड़क पर उतर कर मीरगंज-हथुआ मार्ग पर आगजनी कर जाम कर दिया. व्यवसायियों को शांत कराने पहुंचे हथुआ के एसडीएम प्रमोद राम चोटिल हो गये. एसडीएम के जख्मी होने के बाद सुरक्षा बलों ने किसी तरह से उन्हें बचा कर भीड़ से बाहर निकाल दिया. व्यवसायियों ने अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक बाजार बंद रखने का एलान किया है.
आक्रोशित व्यवसायियों का कहना था कि थाने से महज दस कदम की दूरी पर अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया. पुलिस अगर चौकस रहती, तो अपराधी पकड़े जा सकते थे. आक्रोशित लोगों के आगे पुलिस लाचार बनी थी. सैकड़ों की संख्या में सड़क पर उतरे व्यवसायियों ने पहले अस्पताल के पास हंगामा किया. इसके बाद थाने के बाहर लगे पुलिस के बोर्ड को तोड़फोड़ कर
क्षतिग्रस्त कर दिया. उधर, व्यवसायियों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर कई थानों की पुलिस बुला ली गयी. हथुआ के एसडीएम प्रमोद राम, एसडीपीओ समेत कई थानों की पुलिस कैंप कर शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील लोगों से की है.
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ हथुआ : व्यवसायी की हत्या के बाद हथुआ बाजार पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. हथुआ थाने की पुलिस के अलावा विभिन्न थानों से मंगाये गये अतिरिक्त पुलिस बलों को चौक – चौराहों पर तैनात कर दिया गया. पुलिस के वरीय अधिकारियों की टीम स्थिति को शांत करने में जुटी रही. विभिन्न मार्ग से होकर गुजरनेवाले वाहनों की सघन जांच भी शुरू कर दी गयी है.
हत्या की खबर मिलते ही चीत्कार : मनीछापर गांव में दवा व्यवसायी की हत्या की खबर मिलते ही चीत्कार मच गया. गांव की महिलाएं और पुरुष घटनास्थल की ओर शव देखने के लिए निकल पड़े. अनुमंडलीय अस्पताल परिसर लोगों की भीड़ से भरा हुआ था. परिजनों की चीत्कार से अस्पताल परिसर गमगीन रहा. परिजनों को दवा व्यवसायी सरवर अंसारी हत्या की बात यकीन नहीं हो पा रहा था. परिजनों की मानें, तो दवा व्यवसायी की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. वारदात के पीछे किसका हाथ हो सकता है, पुलिस इसकी जांच कर रही है.
बच्चों के सिर से उठा पिता का साया : दवा व्यवसायी सरवर अंसारी के एक पुत्र व एक पुत्री हैं. पिता की हत्या के खबर मिलते ही आठ साल का पुत्र रो पड़ा. वहीं पांच साल की पुत्री को अपने पिता की मौत होने का एहसास नहीं था. परिजनों को रोते-बिलखते देख मासूम पुत्री भी रो रही थी. आसपास के लोग दोनों बच्चों को समझा – बुझा कर बनाने में जुटे थे.
सरल स्वभाव के थे सरवर : दवा व्यवसायी की हुई हत्या के बारे में लोग जानने के लिए बेताब हैं. क्योंकि वे सरल स्वभाव के थे. किसी भी
विवाद व राजनीति से उन्हें कोई मतलब नहीं था. प्रतिदिन दुकान खोल कर अपना व्यवसाय करते थे. लेकिन, सरवर की हुई हत्या को लेकर लोग जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर किन कारणों से अपराधियों ने शिकार बना लिया.
पूर्व में भी दो व्यवसायियों की हो चुकी है हत्या
हथुआ बाजार में इसके पूर्व भी दो व्यवसायियों की गोली मार कर हत्या हो चुकी है. इसके पूर्व हथुआ टैक्सी स्टैंड पर किराना व्यवसायी विजय अग्रहरी की हत्या अपराधी ने रंगदारी को लेकर कर दी थी. वहीं, 2013 में शराब व्यवसायी अनिल साह की हत्या हथुआ आइटीआइ मोड़ के समीप गोली मार कर हत्या कर दी थी, जिसमें हथुआ व्यवसायियों ने अपनी सुरक्षा के लिए मांग की है