14 लोगों की मौत से मचा कोहराम

गोविंद कुमार गोपालगंज : सदर अस्पताल का परिसर. जर्रा-जर्रा रो रहा था. रुक-रुक कर लोगों की मौत हो रही थी. मौत से परिजन ही नहीं, बल्कि मौजूद लोगों की आंखों से आंसू निकल रहे थे. लोगों में गम और नाराजगी साफ दिख रही थी. महिलाएं भाग्य को कोस रही थीं. उनका सहारा छिन गया था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2016 5:56 AM
गोविंद कुमार
गोपालगंज : सदर अस्पताल का परिसर. जर्रा-जर्रा रो रहा था. रुक-रुक कर लोगों की मौत हो रही थी. मौत से परिजन ही नहीं, बल्कि मौजूद लोगों की आंखों से आंसू निकल रहे थे. लोगों में गम और नाराजगी साफ दिख रही थी. महिलाएं भाग्य को कोस रही थीं. उनका सहारा छिन गया था. छोटे-छोटे मासूम बच्चों को लिए महिलाएं चीत्कार में डूबी हुई थीं. आंखों में सिर्फ जार-जार आंसू और दिल में सदमा ऐसा कि उसे उबर नहीं पा रहे थे. सदर अस्पताल में मौत की सूचना पर सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी रही. इमरजेंसी वार्ड से लेकर सड़क तक लोगों का हुजूम लगा था. जितने लोग उतनी बात सामने आ रही थी. यहां मरनेवाले एक-दो नहीं, बल्कि 14 लोग थे.
इनमें अधिकतर शहर में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे. इनकी मौत से 14 परिवारों की गृहस्थी उजड़ गयी है. किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि यह दिन भी देखने को मिलेगा. गरीबी ऐसा कि दाह-संस्कार करने को लेकर भी परिजनों को सोचना पड़ रहा है.
बीमार परिजनों का इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल में लेकर आये थे. लेकिन, इलाज के कुछ ही देर बाद एक-एक 13 लोगों की मौत हो गयी.

Next Article

Exit mobile version