10 बजे तक बंद मिला गुठनी पीएचसी

पंजीयन करने वाला भी नहीं पहंुचा था समय पर जांच के दौरान प्रमुख किया फोन, िकसी ने नहीं उठाया गुठनी : गुठनी अस्पताल में सोमवार को सुबह के 10 बज कर 10 मिनट तक न रोगियों का पंजीयन हो रहा था और ना ही ओपीडी में चिकित्सक थे. इसी समय प्रखंड प्रमुख कामोद प्रसाद नारायण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2016 3:44 AM

पंजीयन करने वाला भी नहीं पहंुचा था समय पर

जांच के दौरान प्रमुख किया फोन, िकसी ने नहीं उठाया
गुठनी : गुठनी अस्पताल में सोमवार को सुबह के 10 बज कर 10 मिनट तक न रोगियों का पंजीयन हो रहा था और ना ही ओपीडी में चिकित्सक थे. इसी समय प्रखंड प्रमुख कामोद प्रसाद नारायण उर्फ सुबोध सिंह यहां से गुजर रहे थे, तो रोगी के साथ आये परिजनों ने रोक लिया और समस्या सुनायी. प्रमुख ने अस्पताल में जांच की तो न चिकित्सक, न प्रभारी, न प्रबंधक, और ना ही रेजिस्ट्रेशन काउंटर पर ही कोई मौजूद था.
प्रमुख ने पहले प्रबंधक जितेंद्र सिंह को फिर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कौशल किशोर को और फिर सीएस को फोन कर स्थिति से अवगत कराने की कोशिश की, लेकिन किसी ने भी फोन रिसीव नहीं किया. प्रमुख ने जब विधिवत जांच शुरू की, तो पंजीयन करने के लिए एक कर्मी बैठा और चिकित्सक देवेंद्र रजक आये. वहीं, जांच के क्रम में चिकित्सकों का रोस्टर उपलब्ध नहीं कराया जा सका. यही नहीं 10.35 बजे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की पूरी टीम अपनी उपस्थिति के लिए कार्यालय खुलने की प्रतीक्षा करती रही. आरबीएसके के चिकित्सक सुभाष प्रसाद ने बताया हमलोग काफी समय से यहां कार्यालय खुलने के इंतजार में खड़े है और अभी तक कोई नहीं आया, और हमलोगों को क्षेत्र मे जाकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच करनी है. वहीं इलाज के लिए आये मरीजों में अजय नाथ तिवारी, सुरेश प्रसाद, भगवान गुप्ता, अमरेश चौहन, रितेष कुमार, ममता देवी आदि ने बताया हमलोग आठ बजे से आये हुए है मगर परची बनाने वाला भी नही है. इस संबंध में डॉ. देवेन्द्र रजक ने कहा कि हम तो तैयार ही रहते हैं मगर रेजिस्ट्रेशन करने वाला ही 10 बजे आता है.

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