कोरोना : लॉकडाउन के बीच ईरान में फंसे बिहार के 85 लोग, परिजनों ने लगायी सरकार से गुहार

कोरोना महामारी का कहर ईरान भी झेल रहा है. चीन,अमेरिका, इटली के बाद ईरान में कोरोना ने सर्वाधिक जानें ली है. इस विश्वव्यापी महामारी के बीच ईरान के अलीयाश शम्स अज्द कंपनी में भारत के 85 कर्मचारी फंसे हुए हैं. जिसमें गोपालगंज, सीवान, बलिया व बिहार के सर्वाधिक कर्मचारी हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | March 31, 2020 8:23 AM

गोपालगंज : बिहार के रहने वाले हैं सर्वाधिक कर्मचारी-लॉकडाउन के कारण उचित फोरम से भी अपील नहीं कर पा रहे परिजन. कोरोना महामारी का कहर ईरान भी झेल रहा है. चीन,अमेरिका, इटली के बाद ईरान में कोरोना ने सर्वाधिक जानें ली है. इस विश्वव्यापी महामारी के बीच ईरान के अलीयाश शम्स अज्द कंपनी में भारत के 85 कर्मचारी फंसे हुए हैं. जिसमें गोपालगंज, सीवान, बलिया व बिहार के सर्वाधिक कर्मचारी हैं.

कंपनी के स्तर पर लॉकडाउन के बाद भी काम लिया जा रहा है. लेकिन, इनका भुगतान नहीं दिया जा रहा. जिस कारण खाने-पीने का भी संकट उत्पन्न हो गया है. इन्हें मौत का खतरा सता रहा है. ईरान में भारतीय दूतावास से संपर्क करने के बाद कोई सहयोग नहीं मिला, तो इन्होंने प्रभात खबर को तस्वीरें शेयर कर अपना दर्द बयां किया. बताया कि कंपनी के लोग सहयोग नहीं कर रहे. जबकि कोरोना का प्रकोप ईरान में तेजी से बढ़ता जा रहा है. परिजनों को इस बात की जब जानकारी मिली, तो वे सांसत में पड़े हैं. परिजन लॉकडाउन की वजह उचित फोरम तक अपनी बात पहुंचाकर ईरान में फंसे अपनों को बचाने का कोई उपाय नहीं कर पा रहे. दिल्ली के दिलसाद गार्डन में भी है कंपनी का दफ्तरईरान के अलीयाश शम्स अज्द कंपनी का दिल्ली 78 ए दिलसाद गार्डन के जीटी रोड शहादरा के एचए इंटर प्राइजेज के नाम से कार्यालय है. आरोप है कि गोपालगंज के मीरंगज थाने के कालोपट्टी गांव के हरेराम साह व राजस्थान के रहने वाले घनश्याम यादव इन कर्मियों को भारत भिजवाने से रोक रहे हैं.

ये दोनों लोग कंपनी में अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. जबकि ईरान में गोपालगंज के मांझा थाना के छवही गांव के क्षितिज यादव पवन, गोपालगंज के ही बुलेट कुशवाहा, सीवान के विनोद सिंह, मनोज कुमार यादव, रोहतास के लवकुश गुप्ता, गया के रवींद्र प्रसाद, समस्तीपुर के हरिनाथ राय, यूपी बलिया के पिंटू पाल,नीलेश शाह, कुशीनगर के धनंजय शुक्ला व ओडिशा के रहने वाले दिलीप समेत कुल 85 कर्मचारी ईरान में फंसे हैं.

कोरोना महामारी के कारण बंद हैं उड़ानें

कोरोना महामारी को रोकने के लिए भारत सरकार ने देश को लॉकडाउन करते हुए सभी घरेलू व अतंरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया है. ऐसे में ईरान की इस कंपनी में जबरन काम कराने का आरोप भी कर्मिचारियों ने लगाया है. जबकि इस महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस सबसे बड़ा बचाव है. इसके बाद भी इनसे काम लेने से इनकी जान को सबसे बड़ा खतरा है. घर के लोग भी सहमे हुए हैं. उधर, क्षितिज यादव ने बताया कि जो माहौल है उससे नहीं लगता कि कभी अपने वतन लौट पायेंगे. उधर, डीएम अरशद अजीज ने बताया कि मेरी जानकारी में नहीं थी. अगर ऐसा है तो गृह विभाग को लिखकर ठोस पहल का प्रयास करेंगे.

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