बिजली गुल रहने से संडे का भी मजा हुआ किरकिरा

कोई सड़क पर टहलता रहा, तो कोई पानी के लिए परेशान गोपालगंज : रविवार को छुट्टी का दिन था. घर में रहने के बजाय कोई पेड़ की छांव में बैठा था, तो कोई बाल्टी लेकर पानी ढो रहा था. पसीने से तर-ब-र सभी में बेचैनी थी. कोई पूरी रात जगने की बात कर रहा था, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2016 6:01 AM

कोई सड़क पर टहलता रहा, तो कोई पानी के लिए परेशान

गोपालगंज : रविवार को छुट्टी का दिन था. घर में रहने के बजाय कोई पेड़ की छांव में बैठा था, तो कोई बाल्टी लेकर पानी ढो रहा था. पसीने से तर-ब-र सभी में बेचैनी थी. कोई पूरी रात जगने की बात कर रहा था, तो कोई बेचैनी की. सभी बिजली को कोस रहे थे. बिजली आपूर्ति की लचर व्यवस्था से सभी नाराज थे.
यह हालात ग्रामीण इलाके का भी था. विगत तीन दिनों से सूर्य की तपिश और ऊमस भरी गरमी परवान पर है. गरमी बढ़ने के साथ ही बिजली आपूर्ति की व्यवस्था भी सिमट कर रह गयी है. शनिवार को दिन में जहां चार-पांच घंटे बिजली रही, वहीं पूरी रात शहर में अंधेरा छाया रहा. रविवार को हालात शनिवार से भी बदतर रहा. सुबह से लेकर शाम चार बजे तक शहर के अधिकतर क्षेत्रों में बिजली नजर नहीं आयी.
बेकार पड़े पंखे, टंकियां रहीं खाली : गरमी से राहत पाने के लिए घरों में लगाये गये पंखे, कूलर, फ्रीज, एसी आदि शोभा की वस्तु बने रहे. शहरवासी इंडिकेटर की ओर बिजली आने के इंतजार में टकटकी लगाये रहे. सबसे बुरा हाल उनका रहा, जो मोटर के पानी पर निर्भर हैं. बिजली नहीं आने से न तो मोटर चला और न टंकियां भरीं.
ऊमस भरी गरमी में बेचैन रहे लोग
तापमान एक नजर में
रविवार 37 डिग्री से.
सोमवार 35 डिग्री से.
मंगलवार 33 डिग्री से.
इस माह में कुल बारिश 55 मिमी
आवश्यक बारिश 310 मिमी
वर्षानुपात में कमी 82 फीसदी
बिजली उपलब्धता
दिन दिन रात
रविवार 3 घंटा 2 घंटा
शनिवार 4 घंटा 2 घंटा
शुक्रवार 9 घंटा 3 घंटा
सप्लाई :
रविवार 38 मेगावाट 20 मेगावाट
आवश्यकता -न्यूनतम 50 मेगावाट
तकनीकी खराबी से हुई परेशानी
दिन की अपेक्षा रात में बिजली कम मिल रही है. शहर में कुछ जगहों पर तकनीकी खराबी थी, जिसे ठीक कर लिया गया है. प्रयास है कि सभी जगह निर्बाध बिजली मिले.
कुमार गौरव, कार्यपालक अभियंता, गोपालगंज

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