शराबकांड में पंडित व ग्रहण बने चुनौती

कार्रवाई यूपी से लेकर चंपारण और छपरा तक खंगाल चुकी है पुलिस गोपालगंज : खजूरबानी शराबकांड में पंडित और ग्रहण पासी पुलिस के लिए चुनौती बन गये हैं. पुलिस अब तक दर्जन भर लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है. पुलिस की पूछताछ और छापेमारी का परिणाम जीरो ही साबित हो रहा. पुलिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 5, 2016 4:07 AM

कार्रवाई यूपी से लेकर चंपारण और छपरा तक खंगाल चुकी है पुलिस

गोपालगंज : खजूरबानी शराबकांड में पंडित और ग्रहण पासी पुलिस के लिए चुनौती बन गये हैं. पुलिस अब तक दर्जन भर लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है. पुलिस की पूछताछ और छापेमारी का परिणाम जीरो ही साबित हो रहा. पुलिस का मानना है कि कोर्ट से वारंट जारी होने के साथ ही कारोबारियों के नये ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गयी है. पुलिस को खजूरबानी कांड में 21 लोगों की मौत की मुख्य सूत्रधार रूपेश शुक्ला उर्फ पंडित का कोई हाथ नहीं लगा है. पुलिस यूपी से लेकर पूर्वी चंपारण और सीवान, छपरा को खंगाल चुकी है.
यहां तक कि शराब कारोबारियों के सगे-संबंधियों के यहां भी छापेमारी की जा चुकी है. सीवान के जामो बाजार थाने के जलालपुर गांव के रहनेवाले रूपेश शुक्ला उर्फ पंडित हरखुआ बरइ टोला में रह कर अवैध शराब का कारोबार करता था. जबकि इस मामले में पुलिस को ग्रहण पासी, लालझरी देवी, कैलाशो देवी समेत एक दर्जन लोग अब भी इस कांड में पुलिस के रडार पर हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीम प्रशिक्षु डीएसपी विभाष कुमार तथा एसडीपीओ मनोज कुमार के नेतृत्व में अलग-अलग छापेमारी कर रही है. समाचार लिखे जाने तक पुलिस की छापेमारी जारी थी.
वारदात के मास्टर माइंड का नहीं मिला पुलिस को सुराग
दर्जन भर लोगों को हिरासत में लेकर हो चुकी है पूछताछ
आखिर कहां से लाता
था केमिकल
पुलिस के लिए रूपेश शुक्ला उर्फ पंडित की गिरफ्तारी सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है. पंडित के जरिये ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि शराब में कौन-सा केमिकल मिलाया गया था. उसे केमिकल कहां से मिलता था. उसके जरिये ही पुलिस अनुसंधान में कई लोग बेनकाब हो सकते हैं.

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