गोपालगंज : साउथ अफ्रीका में काम करने गये बिहार-यूपी के 42 युवक एक कंपनी के चंगुल में फंस गये हैं. युवकों के परिजनों की माने तो जंगल के बीचो-बीच बने प्लांट के अंदर युवकों को रखा गया है. कंपनी ने साउथ अफ्रीका में आर्थिक संकट की स्थित बताते हुए इन युवकों का वेतन पिछले आठ माह से बंद कर दिया है. कंपनी ने इनके पासपोर्ट को भी जब्त कर लिया है, जिससेवेलोग भारत नहीं लौट पा रहे हैं. फंसे युवकों में गोपालगंज के आठ युवक शामिल हैं. इसके अलावे सीवान, देवरिया और गोरखपुर के रहने वाले युवकशामिलहैं. इसमें करीब 42 मजदूर फंसे हुए हैं. युवकों ने साउथ अफ्रीका से स्थानीय मीडिया को तस्वीर और वीडियो भेजकर मदद की गुहार लगायी है.
मामले की चर्चा करते हुए हथुआ के बिगही जगदीश गांव के रहनेवाले रामेश्वर राय ने बताया कि उनका पुत्र नीतेश कुमार और पड़ोसी सुरेंद्र राम एक साथ साउथ अफ्रीका के स्टील प्लांट में वेल्डर और फीटर का काम करने गया था. वहां जाने के बाद कंपनी ने कुछ माह तक वेतन दिया. इसके जनवरी माह से वेतन बंद कर दिया. इनके साथ गोपालगंज के बसडिला गांव के नथुनी साह का पुत्र हरिकेश साह, नेउरी के हृदया प्रसाद, पसरमा के पिंटू शर्मा, भेडिया के सबन प्रसाद आदि युवक कंपनी में फंसे हैं. परिजनों ने जिलाधिकारी से मिलकर फंसे युवकों को वतन बुलाने के लिए गुहार लगाने की बात कहीहै. वहीं इस मामले में डीएम राहुल कुमार ने बताया कि परिजन लिखित जानकारी देते हैं, तो प्रशासन की तरफ से गृह विभाग को पत्र भेजकर उन्हें स्वदेश बुलाने की पहल की जायेगी.