हत्या का मुख्य आरोपित गिरफ्तार
सफलता . जितेंद्र हत्याकांड में घर से बुला कर हत्या का है आरोप कुचायकोट : चर्चित जितेंद्र यादव हत्याकांड में पुलिस ने नौ दिनों के तहकीकात के बाद कांड के नामजद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. मुख्य आरोपित से घटना का सच उगलवा पाने में पुलिस विफल रही है. पुलिस के सामने युवक ने अपना […]
सफलता . जितेंद्र हत्याकांड में घर से बुला कर हत्या का है आरोप
कुचायकोट : चर्चित जितेंद्र यादव हत्याकांड में पुलिस ने नौ दिनों के तहकीकात के बाद कांड के नामजद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. मुख्य आरोपित से घटना का सच उगलवा पाने में पुलिस विफल रही है. पुलिस के सामने युवक ने अपना जुबान नहीं खोला है, जिसके कारण हत्या का राज का पटाक्षेप नहीं हो पा रहा है. पुलिस अब तक इलाके के एक दर्जन संदिग्ध लोगों को उठा कर पूछताछ कर चुकी है. इस बीच कुचायकोट के थानेदार महेंद्र कुमार ने मुखबिरों से मिली सूचना पर सासामुसा में जाल बिछा कर रामपुर खरेया गांव के रहनेवाले हत्या के नामजद अभियुक्त भोला मियां को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने घंटों पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया. ध्यान रहे कि गत 21 सितंबर को कुचायकोट थाना क्षेत्र के रामपुर खरेया गांव के खेदन चौधरी का पुत्र जितेंद्र यादव 25 वर्ष साइकिल से किसी से मिलने के लिए घर से निकला. लापता हो गया. 23 सितंबर को उसका शव भोपतपुर गांव के सामने चंवर में पेड़ से लटका हुआ मिला.
पुलिस ने शव को जब्त कर कार्रवाई में जुट गयी. इस बीच 24 सितंबर को जीविका के सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने परिजनों के साथ मिल कर भेपतापुर गांव के समीप घंटों सड़क को जाम कर कार्रवाई की मांग पर अड़ी रही, जिससे सासामुसा- सेमरा मुख्य पथ घंटों जाम रहा. पुलिस को लिखित चार दिन का मोहलत देते हुए अपना आंदोलन समाप्त किया. पुलिस को हत्याकांड के नामजद आरोपित को तो गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन का खुलासा नहीं होने से पुलिस उलझती जा रही है.
युवक के मोबाइल से नहीं खुला हत्या का राज : पुलिस ने मृतक के मोबाइल के आधार पर कॉल डिटेल निकाल कर कार्रवाई में जुटी. फिर भी पुलिस हाथ खाली है. पुलिस को भरोसा था कि युवक के मोबाइल से हत्या की गुत्थी को सुलझाया जा सकता था. हत्या क्यों हुआ यह आज भी राज है.
युवक की हत्या हैवानियत के साथ की गयी थी. उसके गुप्तांग पर भी गंभीर चोट थी. जिसे देख पुलिस इस हत्या के पीछे प्रेम- प्रसंग मान कर जांच में उलझी है.
पुलिस को नहीं मिला पोस्टमार्टम रिपोर्ट : जितेंद्र यादव की हत्याकांड का पोस्ट मार्टम रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिला है.पुलिस को उम्मीद अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर ही टिका है.रिपोर्ट के जरीये कांड का खुलासा हो सकता है. इसके लिए अब तक तीन बार सदर अस्पताल में पुलिस के अधिकारी प्रयास कर चुके है. जबकि नियमानुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट पोस्टमार्टम करने के 24 घंटे के भीतर डॉक्टर को देना होता है. यहां तो रिपोर्ट समय नहीं आने पर पुलिस की जांच भी प्रभावित हो रही है.