प्रतिमा विसर्जन के दौरान झड़प, फूंका वाहन

गोपालगंज : तुरकहां में प्रतिमा विसर्जन के दौरान शुक्रवार की देर शाम हिंसक झड़प हो गयी. झड़प के बाद दोनों पक्षों से पथराव किया गया. कई वाहनों में तोड़फोड़ की गयी. उपद्रवियों ने एक स्कॉर्पियो को आग के हवाले कर दिया. बसों में भी तोड़फोड़ की गयी. वाहन पर सवार यात्रियों से भी मारपीट की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2016 5:23 AM
गोपालगंज : तुरकहां में प्रतिमा विसर्जन के दौरान शुक्रवार की देर शाम हिंसक झड़प हो गयी. झड़प के बाद दोनों पक्षों से पथराव किया गया. कई वाहनों में तोड़फोड़ की गयी. उपद्रवियों ने एक स्कॉर्पियो को आग के हवाले कर दिया. बसों में भी तोड़फोड़ की गयी. वाहन पर सवार यात्रियों से भी मारपीट की गयी.
इस झड़प के दौरान सदर इंस्पेक्टर निगम कुमार वर्मा समेत दो दर्जन से लोगों के घायल होने की सूचना है. इधर, हालात बिगड़ते देख जिला प्रशासन ने शहर समेत जिले में हाइअलर्ट जारी कर दिया. स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. दरअसल दुर्गापूजा के समापन के बाद शुक्रवार की दोपहर में प्रतिमा विसर्जन के लिए शहर के लोग निकले थे. तुरकहां के पास गंडक नहर में प्रतिमा विसर्जन करने के बाद लौट रहे थे, तभी पथराव और रोड़ेबाजी शुरू हो गयी. देखते-ही-देखते स्थिति तनावपूर्ण बन गयी.
उपद्रवियों ने वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी. तुरकहां टोला के पास एक स्कॉर्पियो को आग के हवाले कर दिया गया. सदर एसडीएम मृत्युंजय कुमार और एसडीपीओ मनोज कुमार के अलावा नगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार, कुचायकोट थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार के साथ पुलिस जुलूस में तैनात थी. पुलिस अधिकारियों ने माहौल को शांत कराने का प्रयास पूरी तरह से किया. लेकिन, उपद्रवियों के आगे पुलिस की संख्या कम पड़ गयी. हालात को बिगड़ते देख डीएम राहुल कुमार और एसपी रविरंजन कुमार ने मौके पर पहुंच कर कमान संभाल ली.
तुरकहां टोला के अलावा शहर के कई इलाकों में डीएम-एसपी ने घूम-घूमकर लोगों से शांति की अपील की. वहीं एसडीओ, एसडीपीओ, नगर थानाध्यक्ष के अलावा कई प्रशासनिक अधिकारी भी कैंप किये हुए हैं.
खुफिया विभाग ने किया था अलर्ट : खुफिया विभाग ने प्रतिमा विसर्जन को लेकर प्रशासन को पहले ही अलर्ट किया था. रिपोर्ट में जंगलिया चौक से लेकर तुरकहां तक तथा मीरगंज में विवाद की आशंका जतायी गयी थी. रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने तैयारी भी की थी.
लेकिन पुलिस को भी यह अंदाजा नहीं था कि विसर्जन जुलूस में 25 हजार से अधिक भीड़ हो सकती है. भीड़ के बीच झड़प से प्रशासन की तैयारी फेल हो गयी.

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