गोपालगंज: बहुचर्चित शराब कांड के मास्टर माइंड ग्रहण पासी की तलाश पुलिस महीनों से कर रही थी. ग्रहण पासी शहर में वेश बदल कर पहुंचा. सीजेएम राम अवध प्रसाद के कोर्ट में सरेंडर कर दिया. ग्रहण पासी के सरेंडर किये जाने की सूचना पर पुलिस हाथ मल कर रह गयी. ध्यान रहे कि गत 15-16 अगस्त को खजुरबानी में जहरीली शराब पीने से 16-17 अगस्त को लगभग 21 लोगों की मौत हो गयी तथा पांच अन्य लोग बीमार हो गये. इनमें कई लोगों की आंख की रोशनी चली गयी.
इस घटना में पुलिस ने दो अलग- अलग प्राथमिकी नगर थाने में दर्ज की. इसमें अवैध शराब बरामदगी में कांड संख्या – 347/16 तथा गैर इरादतन हत्या के मामले में कांड संख्या- 348/16 दर्ज किया गया था. इसमें 19 अगस्त से पुलिस की टीम लगातार ग्रहण पासी की तलाश में जुटी हुई थी. पुलिस यूपी, सीवान व चंपारण तक छापेमारी कर चुकी थी. पुलिस को ग्रहण पासी का सुराग तक हाथ नहीं लगा. इस बीच शुक्रवार को ग्रहण पासी अपने अधिवक्ता वेद प्रकाश तिवारी के माध्यम से सीजेएम के कोर्ट में सरेंडर कर दिया. ग्रहण पासी ने सरेंडर के दौरान कोर्ट में खुद को बेकसूर बताया. कोर्ट ने उसे तत्काल न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया.
इस दौरान ग्रहण पासी को देखने के लिए कोर्ट के आस- पास लोगों की भीड़ देखी गयी. खजूरबानी कांड में नगीना पासी के बाद ग्रहण पासी का लंबा नेटवर्क होने की बात सामने आयी थी. ग्रहण को रिमांड पर लेगी पुलिसग्रहण पासी के सरेंडर किये जाने की सूचना पर पुलिस ने रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है. नगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि ग्रहण को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी. ग्रहण के जरिये पुलिस को अनुसंधान में काफी सहयोग मिलेगा. कांड के अनुसंधानकर्ता दोनों केस में रिमांड पर लेने की तैयारी कर रहे. पुलिस को है अब पंडित की तलाशखजूरबानी शराब कांड के मुख्य सरगना पंडित की तलाश पुलिस को है. पंडित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. पुलिस का मानना है कि जल्दी ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जायेगी. बता दें कि सीवान जिले के जामो बाजार थाना के जलालपुर गांव के रूपेश शुक्ला उर्फ पंडित नगर थाना क्षेत्र के हरखुआ में रह कर शराब के अवैध कारोबार में जुटा हुआ था. रूपेश शुक्ला की गिरफ्तारी से पुलिस को स्पष्ट होगा कि आखिर रूपेश शराब किस केमिकल से बनाया था.