मेड इन चाइना को बाय, िमट्टी के दीये घर लाये

दीपावली आज . इस बार 216 करोड़ के कारोबार की उम्मीद, देर रात तक शहर में उमड़ी खरीदारों की भीड़ धनतेरस के दिन से ही दीपावली का बाजार परवान पर है. दीया से लेकर मूर्तियों तक की खरीदारी हो रही है. इस बार 4.18 लाख परिवारों में 216 करोड़ के कारोबार की उम्मीद बाजार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2016 12:30 AM

दीपावली आज . इस बार 216 करोड़ के कारोबार की उम्मीद, देर रात तक शहर में उमड़ी खरीदारों की भीड़

धनतेरस के दिन से ही दीपावली का बाजार परवान पर है. दीया से लेकर मूर्तियों तक की खरीदारी हो रही है. इस बार 4.18 लाख परिवारों में 216 करोड़ के कारोबार की उम्मीद बाजार को है.
गोपालगंज : शहर हो या गांव का बाजार दीपावली के मौके पर ग्राहकों को यह दुकानें अपनी ओर लुभा रही थीं. पटाखाें से लेकर मोमबत्ती, मूर्ति, दीये की दुकानों पर खरीदारी के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा था. मौनिया चौक से थाना चौक तक पैदल निकल पाना मुश्किल था. इसके अलावा कचहरी रोड, मेन रोड, तथा जादोपुर रोड के दोनों किनारे सजी दुकानों पर खरीदारी के लिए देर रात तक भीड़ लगी रही. इस बार भारत और पाक के बीच चल रहे छदम युद्ध का असर दीपावली के इस त्योहार पर भी देखा जा रहा है.
पिछले काफी दिनों से बाजार में छाये चाइना के उत्पादों का असर इस बार मंद पड़ गया है. ग्राहक चाइना में बनी भगवान की मूर्तियों को नकार कर देशी मिट्टी से बनी मूर्तियों को मांग रहे हैं. दीपावली परमिट्टी से बनी लक्ष्मी और गणेश जी की प्रतिमाएं ही स्थापित होंगी. इससे पहले लोक सस्ते के चक्कर में मेड इन इंडिया के उत्पादों को छोड़ कर चाइनीज सामान खरीदते थे. इसमें दुकानदारों को भी काफी मुनाफा होता था. इस बार सब कुछ उल्टा है. लोग चीन के उत्पाद को छोड़ कर देशी मिट्टी से बने दीये की खरीदारी कर रहे हैं.
दीपावली में कहीं लक्ष्मी की पूजा, तो कहीं काली पूजा की तैयारी चल रही है. लक्ष्मी पूजा को लेकर मूर्तियों की खरीदारी से लेकर प्रसाद और पूजा की सामग्री खरीदने के लिए भीड़ देखी जा रही है. इसके अलावा घरों को सजाने के लिए दीये, मोमबत्ती, सरसों तेल, बत्ती आदि की खरीदारी जम कर हो रही है.
पटाखे से लेकर दीया और मोमबत्ती की दुकानों पर भीड़
इन बातों का रखें ख्याल
घर के अंदर पटाखे न जलाएं
भीड़ वालेे स्थानों पर पटाखे न जलाएं
पटाखे ऐसी जगह रखें जो सूखी और ठंडी हो
पटाखे जलाते समय सूती और चुस्त कपड़े पहनें
प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स पहुंच में रखें
आतिशबाजी के समय पालतू जानवरों को घर के अंदर ही बांधें
बरतनी होंगी सावधानियां
कानफाड़ू पटाखा जलाने से बचने का प्रयास करें
पटाखे की धुएं से आंख को पहुंच सकता है नुकसान
पटाखा जलाते समय बाल्टी में बालू भर कर रखें.
अलाव के बीच कतई पटाखा न जलाएं
– पटाखाें से कहीं जलने या धुएं की शिकायत हो तो तत्काल डॉक्टर से मिलें

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