30.3 डिग्री सेल्सियस रहा अधिकतम तापमान
गोपालगंज : बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी का असर ऐसा हुआ है कि मौसम का मिजाज ही बदल गया है. रात को ठंडक व दिन में गरमी. मंगलवार की सुबह बादल छाये थे. हालांकि यह स्वाभाविक है.
विशेषज्ञ बताते हैं कि कई वर्षों के बाद ऐसा हुआ कि प्रकृति समय के साथ चल रही है. मौसम वैज्ञानिक प्रो एसएन पांडेय ने बताया कि चूंकि ठंड का मौसम शुरू हो गया है. ऐसे में रात व भोर में ठंड लगना स्वाभाविक है. उन्होंने कहा कि पिछले साल दिसंबर के बाद ठंड लगनी शुरू हुई थी. ऐसी स्थिति कई वर्षों तक रही कि ठंड के दिन कम जबकि गरमी के दिन ज्यादा रहे. अब मौसम के मिजाज अच्छे हैं. हां दो दिनों से पुरवाई चलने के कारण कुछ बदलाव जरूर हुआ है. पछुवा हवा चल रही है, तो मौसम के सूखापन था. अब नमी ज्यादा है. बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है. इसके कारण बादल भी छा रहे हैं. वैसे कुल मिला कर ठंड का यह सही समय है.
पंखे चला कर न सोएं, गरम कपड़े पहनें : मौसम ने करवट ले ली है. ऐसे में सभी को अपनी दिनचर्या बदलनी होगी. रात को और भोरे में ठंडक पड़ने लगी है. ऐसे में लोगों को चाहिए कि वे पंखे चला कर न सोएं. ऐसे करना सेहत के लिए हानिकार हो सकता है.
घर से जब निकलें, तो गरम कपड़े जरूर पहनें. मध्यम गति से बढ़ती ठंड के बीच एलर्जी एवं दमा के रोगियों को काफी सावधानी बरतनी होगी. सदर अस्पताल के डॉ मुकेश कुमार बताते हैं कि शीत व गरम के कारण वायरस इन्फेक्शन की समस्या भी बढ़ जाती है.
बदलते मौसम में ठंडी के कारण सर्दी, गले में खराश व खांसी आम बात है. ऐसी समस्या हो तो लोगों को गुनगुने पानी से गरारा करना चाहिए. साथ ही अदरक, हल्दी, दूध, तुलसी आदि के सेवन से भी इस पर कंट्रोल कर सकते हैं. इसके बाद भी अगर स्थिति में सुधार न हो तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से मिलें.
लगातार गिर रहा तापमान
तापमान का गिरना जारी है. रविवार को नवंबर में पहली बार अधिकतम 30 डिग्री सेल्सियस (डिसे) के नीचे आया था तो रविवार को पहली बार न्यूनतम 15 डिसे के नीचे आया. रविवार की सुबह पहली बार सूरज का स्वागत घुंध ने किया. मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान रहा 14.3 डिसे. यह औसत से दो डिसे कम है. 48 घंटे में इसमें इतनी ही कमी भी आयी.
चार दिनों का न्यूनतम तापमान
तारीख/माह न्यूनतम
4 नवंबर 16.4
5 नवंबर 15.3
6 नवंबर 14.3
7 नवंबर 14. 0