मीरगंज : कैश की किल्लत से जूझ रहे लोगों के बीच जहां कारोबार पर गंभीर असर पड़ा है, वहीं दूसरी तरफ रविवार के सुबह मीरगंज शहर में सेल टैक्स विभाग की छापेमारी की अफवाह उड़ गयी. अफवाह के कारण बाजार की दुकानें बंद हो गयीं. बड़े कारोबारियों में हड़कंप मचा रहा. खास कर ज्वेलरी के […]
मीरगंज : कैश की किल्लत से जूझ रहे लोगों के बीच जहां कारोबार पर गंभीर असर पड़ा है, वहीं दूसरी तरफ रविवार के सुबह मीरगंज शहर में सेल टैक्स विभाग की छापेमारी की अफवाह उड़ गयी. अफवाह के कारण बाजार की दुकानें बंद हो गयीं. बड़े कारोबारियों में हड़कंप मचा रहा. खास कर ज्वेलरी के कारोबार से जुड़े वैसे लोग बेचैन दिखे जो नोट बंद होने के बाद मनमाने मूल्य पर जेवर बेच कर करोड़पति,
शहर की गल्ला मंडी, सोनार टोली तथा मेन रोड पर सर्वाधिक असर पड़ा. बता दें कि सुबह में किसी ने अफवाह फैला दी कि सेल टेक्स के अधिकारी शहर में छापा मारने आ गये हैं. इसके बाद दुकानें धड़ाधड़ बंद होनी शुरू हो गयीं. शिव शक्ति चौक से लेकर कुशवाहा चौक तक इस अफवाह का असर देखा गया. सोनार टोली के स्वर्ण व्यवसायी शिव प्रसाद ने बताया कि बिक्री कम होने का भी असर पड़ा है.
इधर सिधवलिया प्रतिनिध के अनुसार नोटबंदी के बाद और और नोट की सर्जिकल स्ट्राइक ने सबको हिला कर रख दिया है. रविवार को दोपहर पूर्वांचल के कई बाजारों में हड़कंप मच गया. नतीजतन सर्राफा दुकान से लेकर किराना और कपड़ा दुकान तक के शटर गिर गये. अधिकतर दुकानदार दुकानें बंद कर फरार हो गये. हर किसी का यही कहना था कि सेल टैक्स का छापा पड़ रहा है. हालांकि कहीं भी कोई अधिकारी नहीं दिखे. इस अफवाह का असर सिधवलिया बैकुंठपुर और महम्मदपुर के बाजार में पूर्णत: रहा. इन बाजारों के 90 फीसदी दुकानों में ताले लटके रहे और हर तरफ बेचैनी का आलम रहा. इस संबंध में बीडीओ दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि दुकानें बंद हैं, लेकिन कारण पता नहीं है. वहीं सेल टैक्स के उपायुक्त एसएन सिंह ने कहा कि ऐसी कोई योजना नहीं है. मेरे यहां से कोई छापेमारी नहीं की गयी है.