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सड़क पर उतरे डॉक्टर शहर में मार्च निकालते चिकित्सक.

(क्लिनिकल एक्ट का विरोध, एसएस कार्यालय के बाहर दिया धरनाप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज?Spies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, आज हो तो देश में मच जाता है बवालRajiv Gauba : पटना के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2016 3:57 AM

(क्लिनिकल एक्ट का विरोध, एसएस कार्यालय के बाहर दिया धरना

गोपालगंज : क्लिनिकल इस्टैबलिशमेंट एक्ट (रजिस्ट्रेशन एंड रेग्युलेशन) 2010 के विरोध में जिले के डॉक्टरों ने बुधवार को शहर में मार्च निकाला. इसमें आइएमए, भासा, काॅन्ट्रैक्ट डॉक्टर एसोसिएशन, आयुष व अनुबंध चिकित्सक संघ के सदस्य शामिल थे. डॉक्टरों ने एक्ट का संविधान, चिकित्सक व जनविरोधी बताते हुए विरोध किया.
मार्च में शामिल डॉक्टरों ने कहा कि जब तक सरकार एक्ट के मानकों में संशोधन नहीं करती है, कोई भी डॉक्टर पंजीयन नहीं करायेगा. इसके पहले सदर अस्पताल में सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर डॉक्टरों ने धरना दिया. धरना-प्रदर्शन के बाद अस्पताल परिसर से मार्च निकाला गया. डॉक्टरों का यह मार्च आंबेडकर चौक, जंगलिया चौक, राजेंद्र चौक से होते हुए समाहरणालय में पहुंचा. चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ बीडी मिश्रा, सचिव डॉ बीपी सिंह ने डीएम को पीएम के नाम से ज्ञापन सौंपा.
मौके पर डॉ चंद्रिका साह, डॉ कैप्टन एसके झा, डॉ जीएम झा, डॉ एके चौधरी, डॉ आरपी सिंह, डॉ जश्मुद्दीन, डॉ केएम प्रसाद आदि शामिल थे. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के अध्यक्ष डॉ बीडी मिश्रा ने कहा कि चिकित्सकीय संस्थानों के पंजीयन से आइएमए का कोई विरोध नहीं है.
लेकिन, एक्ट में जिन मानकों का हवाला है, उससे इलाज खर्च कई गुना बढ़ जायेगा. इससे छोटे व मंझोले चिकित्सा संस्थान बंद हो जायेंगे.

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