काउंटर पर मिलेगी 24 घंटे दवा
राहत. सदर अस्पताल की इमरजेंसी में दवा की चिंता खत्म स्वास्थ्य विभाग ने सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दवा काउंटर खोलने का निर्णय लिया है. अब मरीजों के परिजन रात में दवा के लिए नहीं भटकेंगे. उन्हें यहां आसानी से दवा उपलब्ध होगी. गोपालगंज : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दवा काउंटर बन […]
राहत. सदर अस्पताल की इमरजेंसी में दवा की चिंता खत्म
स्वास्थ्य विभाग ने सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दवा काउंटर खोलने का निर्णय लिया है. अब मरीजों के परिजन रात में दवा के लिए नहीं भटकेंगे. उन्हें यहां आसानी से दवा उपलब्ध होगी.
गोपालगंज : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दवा काउंटर बन कर तैयार हो चुका है. सिर्फ उद्घाटन का इंतजार है. उद्घाटन होने के साथ ही इमरजेंसी में आनेवाले मरीजों को 24 घंटे दवा उपलब्ध होगी. यानी अस्पताल पहुंचने के बाद दवा का टेंशन खत्म. दरअसल सदर अस्पताल में इमरजेंसी में पहुंचने के बाद डॉक्टर अक्सर बाहर की दवा लिखते थे. रात में दवा खरीदने के लिए परिजनों को दवाखाने का चक्कर लगाना पड़ता था. कई बार दवाखाना रात में बंद होने के कारण दवा नहीं मिल पाती थी. दवा के अभाव में मरीज को डॉक्टर रेफर कर देते.
इन परेशानियों को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ मधेश्वर प्रसाद शर्मा ने इमरजेंसी में 24 घंटे दवा उपलब्ध हो इसके लिए एक काउंटर खोलने का निर्णय लिया. सीएस के निर्देश के बाद सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दवा का काउंटर बन कर तैयार हो चुका है. सीएस के अवकाश से लौटने का इंतजार है. उनके लौटते ही दवा वितरण शुरू हो जायेगा. ओपीडी के मरीजों के लिए अलग से काउंटर बना हुआ है.
24 घंटे तैनात रहेंगे स्वास्थ्यकर्मी
दवा काउंटर पर 24 घंटे स्वास्थ्यकर्मी तैनात रहेंगे. एक नर्स, एक फार्मासिस्ट एवं दवा वितरण के लिए कर्मी तैनात होंगे. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है.
इमरजेंसी की सभी दवाएं काउंटर पर उपलब्ध होंगी. दवा के लिए बाहर जाना नहीं पड़ेगा.
रात में दवा के लिए नहीं भटकेंगे मरीजों के परिजन
नहीं होगी परेशानी
इमरजेंसी में मरीजों के परिजन दवा के लिए भटकते थे. एक अलग से काउंटर बनाने का निर्णय लिया गया. इमरजेंसी में दवा के साथ ही मरीजों को उचित इलाज मिले इसका भी ध्यान रखा जा रहा है.
डॉ मधेश्वर प्रसाद शर्मा, सिविल सर्जन, गोपालगंज
डॉक्टरों पर होगी नजर
इमरजेंसी में डॉक्टरों पर भी कड़ी नजर होगी. डॉक्टर अस्पताल में उपलब्ध दवा को ही लिखेंगे. उन्हें निर्देश दिया जा चुका है. काउंटर पर उपलब्ध दवा की सूची डॉक्टर के पास रहेगी. ऐसी कोई दवा जो मरीज को देना जरूरी है और काउंटर पर नहीं है, वैसी दवा बाजार से खरीदी जायेगी. अगर परिजन सक्षम नहीं हैं, तो अस्पताल प्रबंधन दवा खरीद कर उपलब्ध करायेगा.