बहनोई ने घर से बुला कर की साले की हत्या

गोपालगंज : रामाशंकर साह हत्याकांड का रेल पुलिस ने वारदात के चार घंटे खुलासा किया है. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए मृतक के दोनों बहनोइयों को गिरफ्तार कर लिया है. शनिवार की दोपहर में बहनोई बंगाली साह के कहने पर राजेश साह उसे सुनसान इलाके में लेकर गया था. देवी हॉल्टर के पास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2017 3:37 AM

गोपालगंज : रामाशंकर साह हत्याकांड का रेल पुलिस ने वारदात के चार घंटे खुलासा किया है. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए मृतक के दोनों बहनोइयों को गिरफ्तार कर लिया है. शनिवार की दोपहर में बहनोई बंगाली साह के कहने पर राजेश साह उसे सुनसान इलाके में लेकर गया था. देवी हॉल्टर के पास बंगाली साह और उसके दो अन्य सहयोगियों ने मिल कर चाकू से सीने में वार कर उसकी हत्या कर दी. पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था.

रामाशंकर को चाकू जैसे ही लगा कि पास के खेत में काम कर रहे यूपी के मजदूर राम बहादुर उसे बचाने के लिए दौड़ा. चारों आरोपितों ने अपने को पकड़े जाने के डर से उसकी भी हत्या करने की कोशिश की. इसमें राम बहादुर गंभीर रूप से घायल हो गया था. उसका इलाज फिलहाल गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है. उधर, वारदात की सूचना मिलने पर थावे जीआरपी प्रभारी अरुण देव, थावे थानाप्रभारी प्रवीण कुमार पहुंचे. पुलिस को घटना के दिन ही परिजनों ने अपने बहनोई के साथ विवाद होने तथा रामाशंकर साह को हत्या की धमकी देने की बात बतायी थी.

रेल पुलिस ने छपरा के इंस्पेक्टर राजेश कुमार के नेतृत्व में जांच शुरू की. मृतक की पत्नी अनिता देवी के बयान पर नगर थाना क्षेत्र के काला शुकुलवा गांव के राजेश साह व मांझा थाना क्षेत्र के सुधा साह टोला के बंगाली साह को नामजद तथा दो अन्य को अज्ञात अभियुक्त बनाया गया. इसके बाद रेल पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी. दोनों नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें सोनपुर न्यायिक हिरासत में भेजा गया.

दूसरे दिन हुआ शव का पोस्टमार्टम : जीआरपी ने रात होने के कारण शव को अपने पास रखा. दूसरे दिन रविवार को सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को शव सौंपा गया. रामाशंकर साह की बहन सुभावती देवी उर्फ कांति की शादी मांझा थाना क्षेत्र के सुधा साह के टोला में बंगाली साह के साथ हुई थी. शादी के बाद बंगाली साह ने पत्नी को दहेज के लिए बेघर कर दिया. इसके बाद उसने दूसरी शादी कर ली. इस मामले को लेकर कोर्ट में केस चल रहा था. आरोपित बंगाली साह ने केस उठाने के लिए ससुराल वालों पर दबाव बनाया था. इसी बात को लेकर बंगाली के साथ रामाशंकर का विवाद हुआ.

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