मठ व मंदिरों से अधिकतर श्रीराम-जानकी की मूर्तियां हुईं चोरी

जब भगवान के घर पड़ा डाका 15 जनवरी,17-विजयीपुर के चरखिया मठ से राम-जानकी की मूर्ति चोरी 19 नवंबर,16-बंजारी मठ से हुई थी राम-जानकी की चोरी वर्ष 2016 में कटेया में हिरमति रानी की मूर्ति हुई थी चोरी, बाद में बरामद वर्ष 2015 वैष्णव मठ में विभिन्न भगवान की कीमती मूर्तियों की चोरी वर्ष 2001 भोरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2017 4:11 AM

जब भगवान के घर पड़ा डाका

15 जनवरी,17-विजयीपुर के चरखिया मठ से राम-जानकी की मूर्ति चोरी
19 नवंबर,16-बंजारी मठ से हुई थी राम-जानकी की चोरी
वर्ष 2016 में कटेया में हिरमति रानी की मूर्ति हुई थी चोरी, बाद में बरामद
वर्ष 2015 वैष्णव मठ में विभिन्न भगवान की कीमती मूर्तियों की चोरी
वर्ष 2001 भोरे के लखीचक में नाथ मंदिर से भगवान विष्णु की मूर्ति चोरी
वर्ष 2011 गोपालपुर थाने के नरहवां में राम-जानकी की मूर्तियों की चोरी
वर्ष 2009 बैकुंठपुर के चमनपुरा से नीलम पत्थर की मूर्तियों की चोरी
विजयीपुर : विजयीपुर के चरखिया मठ में हुई सात मूर्तियों की चोरी को मठ के महंत बनने को लेकर मची होड़ को लेकर अंजाम दिया गया. इसका खुलासा पुलिस ने किया है. इस खुलासे के बाद इस घटना में नया मोड़ आ गया है. वहीं महंत ने भी अपने पूर्व में दिये गये बयान से पलटते हुए मूर्तियों को पीतल का बताया है. इस पूरे मामले की पुलिस बारीकी से जांच कर रही है.
बता दें कि रविवार की रात आधा दर्जन चोराें ने मठ में घुस कर उसमें रखी अष्टधातु की सात मूर्तियों को चोरी कर ली. चोरों की आवाज को सुन कर पुजारी प्रेमचंद दास वहां पहुंचे और विरोध करने लगे. विरोध करने पर चोरों ने पुजारी एवं उनके एक चेले की पिटाई कर नशीला इंजेक्शन लगा बेहोश कर दिया गया. इस घटना को लेकर महंत प्रेम दास ने स्थानीय थाने में विजयीपुर में स्थित राम जानकी मठ के महंत एवं अन्य चार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है.
यहां बताना जरूरी है कि तीन वर्ष पूर्व इसी मठ से करोड़ों रुपये की मूर्तियां चोरी हो गयी थीं. उन मूर्तियों को बघौच घाट पुलिस ने बरामद किया था, लेकिन वो मूर्तियां कहां हैं यह किसी को नहीं पता. मूर्तियां चोरी होने के बाद मठ में दूसरी मूर्तियों की स्थापना की गयी. वहीं, चोरी की घटना के बाद महंत ने पुलिस को अष्टधातु की मूर्तियों की चोरी की बात बतायी थी, लेकिन बाद में महंत ने मूर्तियों को पीतल का बता दिया. पुलिस का कहना है कि दो महंतों के वर्चस्व की लड़ाई को लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया है.
मंदिर-मठ की सुरक्षा बढ़ायी गयी है. एसडीपीओ के नेतृत्व में जांच चल रही है. जल्द ही तस्करों की गिरफ्तारी कर मूर्तियां बरामद कर ली जायेंगी. सभी थानों को नजर रखने का निर्देश दिया गया है.
रविरंजन कुमार, एसपी

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