पढ़ें, सात साल से थाने में क्यों कैद हैं भगवान विष्णु !

गौतम प्रसाद विजयीपुर : भगवान विष्ष्णु पिछले सात सात से थाने के मालखाने में कैद हैं. भक्त न तो उनकी सुधि ले रहे हैं और न ही कोई उनका तारणहार मिल रहा है. सात साल पहले चोरों ने चरखिया मठ से उठा लिया था. घटना के बाद यूपी की बघौच घाट पुलिस ने न सिर्फ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2017 8:21 AM
गौतम प्रसाद
विजयीपुर : भगवान विष्ष्णु पिछले सात सात से थाने के मालखाने में कैद हैं. भक्त न तो उनकी सुधि ले रहे हैं और न ही कोई उनका तारणहार मिल रहा है. सात साल पहले चोरों ने चरखिया मठ से उठा लिया था. घटना के बाद यूपी की बघौच घाट पुलिस ने न सिर्फ दो तस्करों को पकड़ा, बल्कि घटना के एक माह बाद भगवान को बरामद कर लिया. कागजी खानापूर्ति के बाद भगवान को विजयीपुर थाने को सौंप दिया गया. तब से भगवान थाने के मालखाने में कैद हैं.
चरखिया मठ से 29 जनवरी, 2010 को चोरों ने महंत को घायल करने के बाद गर्भगृह में रखी भगवान विष्णु की मूर्ति की चोरी कर ली थी. इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने आंदोलन भी किया था. लोगों के आंदोलन का ही नतीजा रहा कि यूपी और बिहार की पुलिस ने साझा अभियान चला कर मूर्ति को बघौच घाट थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव से बरामद कर लिया था. इस मामले में पुलिस ने यूपी के तरकुलवां थाना क्षेत्र के फरहाना गांव के जयप्रकाश पांडेय और बघौच घाट थाना क्षेत्र के मुरारछापर गांव से कलामत मियां को गिरफ्तार किया था.
इधर, मूर्ति को विजयीपुर पुलिस साथ ले आयी. तब चोरी गयी मूर्ति की कीमत एक करोड़ रुपये आंकी गयी थी, लेकिन थानेदार बदलते गये, मालखाने के इंचार्ज भी बदलते गये और इतने दिनों में भगवान की मूर्ति को ले जानेवाला कोई दावेदार नहीं मिला. इस संबंध में थानाध्यक्ष पंकज कुमार बताते हैं कि अभी मूर्ति मालखाने में रखी है. कोई दावेदार नहीं आ रहा है. हाल ही में चोरी गयी मूर्तियों के बारे में उन्होंने कहा कि छापेमारी चल रही है. शीघ्र ही मूर्ति को बरामद कर लिया जायेगा. तस्करों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है़

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