रिटायरमेंट से एक दिन पहले ग्रामीण बैंक के ब्रांच मैनेजर हुए बरखास्त
गोपालगंज : उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की करवतही शाखा के मैनेजर प्रदीप राम को रिटायरमेंट के एक दिन पहले ही बरखास्त कर दिया गया. इन पर नियम के विरुद्ध ऋण देने में धांधली करने का आरोप है. बैंक की जांच अभी जारी है. आरोप है कि मैनेजर ने विभिन्न सरकारी योजनाओं में फेक लोन देकर […]
गोपालगंज : उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की करवतही शाखा के मैनेजर प्रदीप राम को रिटायरमेंट के एक दिन पहले ही बरखास्त कर दिया गया. इन पर नियम के विरुद्ध ऋण देने में धांधली करने का आरोप है. बैंक की जांच अभी जारी है. आरोप है कि मैनेजर ने विभिन्न सरकारी योजनाओं में फेक लोन देकर अनुदान में घोटाला किया. आरोप है कि उन्होंने एक डिफाॅल्टर ऋणी को कमीशन के लोभ में लोन की स्वीकृति दे दी गयी है. बैंक एरिया के बाहर के लोगों को भी फर्जीवाड़ा कर ऋण दिया गया. इसकी जांच के लिए टीम का गठन किया गया.
जांच टीम ने इस मामले में व्यापक धांधली पायी. जांच रिपोर्ट आने के बाद ग्रामीण बैंक ने कैश क्राइम मानते हुए कार्रवाई शुरू की. बैंक को जांच करने में आठ माह लगा. मामला जब सही पाया गया, तो मैनेजर प्रदीप राम को बैंक ने रिटायरमेंट के एक दिन पहले 29 िदसंबर 2016 को बरखास्त कर िदया. जांच में अभी सात लाख की देनदारी की बात सामने आयी है. इस पर कार्रवाई अभी जारी है. ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर अनिल कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सेवानिवृत्त होने के बाद मिलनेवाला लाभ उन्हें नहीं मिलेगा. बैंक अभी अपने स्तर से कार्रवाई कर रही है.