नदी की दोनों तरफ बनेगी पीसीसी सड़क
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पहल. नगर पर्षद ने 33 करोड़ की डीपीआर स्वीकृति के लिए िवभाग को भेजी
अंगरेजों के द्वारा बनायी गयी छाड़ी नदी बेशक पिछले तीन दशक से उपेक्षित थी. इस नदी का अब कायाकल्प होनेवाला है. इस नदी को लेकर नगर पर्षद ने डीपीआर तैयार कर तकनीकी स्वीकृति के लिए विभाग को भेज दी है
गोपालगंज : शहर के लिए यह सुकून भरी खबर है. नगर विकास विभाग ने मंजूरी दी, तो छाड़ी नदी फूलों से महक उठेगी. नदी की सफाई के साथ दोनों फ्लैग पर पीसीसी सड़क बनायी जायेगी. दो स्थानों पर नदी के किनारे पार्क बनाये जायेंगे. इसके अलावा बेली, चमेली, गुलाब, कचनार जैसे फूलों से नदी का दोनों किनारा पटा होगा. अब यहां फूलों की खुशबू शहरवासियों को अपनी तरफ आकर्षित करेगी. नदी के किनारे जगह-जगह सीमेंट के बेंच बनाये जायेंगे. नगर पर्षद पिछले एक वर्ष से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. इसके लिए 33 करोड़ रुपये की परियोजना तैयार कर प्राक्कलन के साथ तकनीकी स्वीकृति के लिए विभाग को भेज दिया गया है. नगर पर्षद को भरोसा है कि मार्च के पहले इसकी स्वीकृति विभाग से मिल जायेगी. स्वीकृति मिलने के साथ ही यह सपना साकार हो जायेगा.
शहर की छाड़ी नदी की सफाई के साथ ही इसमें रंग-बिरंगी मछलियों को छोड़ा जायेगा. ये मछलियां यहां बैठनेवाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगी. मछलियों की अठखेलियां देखने को मिलेंगी.
शहर के बीच से निकलने वाली छाड़ी नदी के किनारे दुधिया लाइट लगायी जायेगी. एलइडी लाइट से एनएच – 28 से लेकर छपिया तक को कवर किया जायेगा, ताकि रात में भी नदी कि किनारे बैठ कर लोग अपना वक्त बिता सके.
छठ घाट का होगी सौंदर्यीकरण
छाड़ी नदी की इस प्रोजेक्ट में छठ घाट को भी सुंदर और बेहतर बनाने का निर्णय लिया गया है. छाड़ी नदी पर हजियापुर कृष्णा टाॅकिज के समीप, ब्लॉक के आगे, नोनिया टोली छठ घाट को सुंदर बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. घाट पर अब स्वच्छ जल भी नदी में उपलब्ध होगा.
पार्क के साथ लगाये जायेंगे बेली, चमेली, गुलाब, गेंदा, कचनार
हाइकोर्ट की पहल पर शुरू हुआ काम
छाड़ी नदी में शहर का कचरा गिराये जाने के कारण यह नदी जहरीली हो गयी. इस नदी में कोई भी पशु पानी पी ले, तो उसकी मौत हो जाती है. नदी को निर्मल बनाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता अरुण कुमार गुप्ता ने पटना हाइकोर्ट में रीट दाखिल किया था जिस पर हाइकोर्ट में जाकर नगर पर्षद ने शपथ पत्र देकर स्पष्ट किया कि नदी की सफाई और सौंदर्यीकरण की दिशा में वर्क किया जा रहा है. नगद पर्षद के शपथ पत्र के बाद हाइकोर्ट में मामला खत्म हुआ. उसके बाद से इस पर काम चल रहा है.छाड़ी नदी पर पीसीसी सड़क बनाये जाने से शहर को जाम से मुक्ति भी मिलेगी. यहां हजियापुर से चिराईघर आने-जाने वालों के लिए यह सड़क काफी मुफीद साबित होगी. नदी के किनारे सड़क बन जाने से शहर के लगभग पांच हजार घरों को फायदा हो जायेगा.
उनके घर तक आने-जाने में कठिनाई होती थी, सड़क के निर्माण से आसान हो जायेगा.
क्या कहते हैं उपसभापति
छाड़ी नदी को बेहतर बनाने के लिए 33.77 करोड़ की योजना तैयार कर प्राक्कलन बनाने के बाद तकनीकी स्वीकृति के लिए भेजा गया है. जैसे ही स्वीकृति मिलती है काम शुरू कर दिया जायेगा.
हरेंद्र प्रसाद चौधरी, उपसभापति, नगर पर्षद, गोपालगंज