समस्या से मुक्ति की उम्मीद में बीत गये पांच वर्ष, िस्थति जस की तस
गोपालगंज : विकास के दौर में वार्ड वासी विकास की राह देख रहे हैं. नगर निकाय चुनाव की बढ़ती तपिश में संभावित अभी से जमा लोगों को रिझाने में लगे हैं. वहीं वार्ड वासी समस्याओं का दंश झेलने को विवश हैं. वार्ड में विकास का कारवां तो चला लेकिन जलजमाव जैसी समस्या वार्ड वासियों को […]
गोपालगंज : विकास के दौर में वार्ड वासी विकास की राह देख रहे हैं. नगर निकाय चुनाव की बढ़ती तपिश में संभावित अभी से जमा लोगों को रिझाने में लगे हैं. वहीं वार्ड वासी समस्याओं का दंश झेलने को विवश हैं. वार्ड में विकास का कारवां तो चला लेकिन जलजमाव जैसी समस्या वार्ड वासियों को दर्द दे रही है. आने वाले चुनाव में वार्ड की समस्याएं जहां मुद्दा बनेगी. वहीं आरोप और प्रत्यारोप का दौर अभी से जारी है.
ये समस्याएं चुनावी मुद्दा बन रही हैं.
जिम्मेवार कौन?
वार्ड संख्या तीन की समस्या अजीबोगरीब है. हाइवे के निर्माण के साथ ही वार्ड जलजमाव की समस्या से जूझने लगा. वैसे तो बिजली सड़क वार्ड की मूल समस्या है. लेकिन जल निकासी की व्यवस्था न होने से वार्ड वासी साल भर परेशान रहते हैं. पूर्व में बरसात के दिनों में सड़क पर दो से तीन फिट पानी लगता था. अब हाइवे ऊंचा होने के बाद यह समस्या और बढ़ेगी. दशकों पुरानी सड़क जर्जर है. जो बरसात में अपना रंग दिखा जाते हैं. स्वच्छता अभियान की भी स्थिति संतोष जनक नहीं है.
बरई मुहल्ला में बिजली की समस्या मुख्य है. झूलते तार मौत को दावत दे रहे हैं. जलजमाव की समस्या से मुक्ति के लिये आज तक कोई व्यवस्था न हो पायी. विकास केवल कागजों में है.
हरेंद्र पांडेय, वार्ड वासी
एनएच 28 से निकलने वाली सड़क पर पीसीसी की ढलाई हुई. तब पानी चार फुट लगता था. अब एनएच ऊंचा हो गया है. तो बरसात में क्या हाल होगा अंदाजा लगाया जा सकता है.
रमेश प्रसाद वर्णवाल, वार्ड वासी
एनएच 28 के कारण मुख्य समस्या है. निजी बगीचे में पानी जमा कराने की व्यवस्था करायी गयी है. वार्ड में दो करोड़ की लागत से विकास कार्य कराया गया है.
परमिला देवी, वार्ड पार्षद
हाइवे के कारण जलजमाव की समस्या है. इसके लिये विशेष योजना बनायी गयी है. बरसात के पहले इसकी व्यवस्था करा ली जायेगी.
ज्योति कुमार श्रीवास्तव
कार्यपालक पदाधिकारी,गोपालगंज