दूसरे दिन भी अनशन पर बैठा रहा कुष्ठ रोगी

गोपालगंज : इंसाफ के लिए पिछले कई वर्षों से अधिकारियों का दरवाजा खटखटा कर थक चुके कुष्ठ रोगी आजिज होकर दूसरे दिन भी अनशन पर बैठा रहा. राजेंद्र बाबू की प्रतिमा के पास सत्याग्रह की शुरुआत की है. न्याय नहीं मिलने पर यहां प्राण त्याग देने तक की जिद पर अड़ा हुआ है. उधर, कुष्ठ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2017 6:47 AM
गोपालगंज : इंसाफ के लिए पिछले कई वर्षों से अधिकारियों का दरवाजा खटखटा कर थक चुके कुष्ठ रोगी आजिज होकर दूसरे दिन भी अनशन पर बैठा रहा. राजेंद्र बाबू की प्रतिमा के पास सत्याग्रह की शुरुआत की है. न्याय नहीं मिलने पर यहां प्राण त्याग देने तक की जिद पर अड़ा हुआ है. उधर, कुष्ठ रोगी के अनशन पर बैठने की खबर पर जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ रमेश मिश्रा तथा एसीएमओ डॉ एके चौधरी की टीम पहुंच कर उसकी जांच की. डॉक्टरों ने बताया कि उसे कुष्ठ की दवा दी जा चुकी है. भूमि विवाद को लेकर वह आंदोलन पर बैठा हुआ है.
ध्यान रहे कि विजयीपुर थाना क्षेत्र के चौमुखा गांव के रहने वाले रामअवतार मल्लाह उर्फ सहनी कुष्ठ रोग से पीड़ित हैं. समाज में इज्जत, प्रतिष्ठा और पट्टीदारों के द्वारा तिरस्कृत होने के बाद वह इधर-उधर घूम कर रोजी -रोटी चलाता था. इसका फायदा उठा कर लालजी यादव, गरीम मलाह समेत सात लोगों ने इसके मकान और जमीन पर कब्जा कर लिया. अपनी जमीन और मकान पाने के लिए कई वर्षों से दर-दर की ठोकर खा रहा है. इसको लेकर गुरुवार को समाहरणालय के समक्ष अनशन पर बैठने के लिए गोपालगंज पहुंच गया. उसका कहना है कि समाहरणालय में जब अनशन करने बैठा, तो वहां से भगा दिया गया. अंत में राजेंद्र बाबू के पास आकर बैठा हूं. डीएम साहब से उम्मीद है कि हमें न्याय देंगे.

Next Article

Exit mobile version