सीएस कार्यालय का कर्मी चोरी से बेचता था दवा
छापेमारी में कर्मी के घर में मिली सरकारी दवा घर मालिक की शिकायत पर हुई कार्रवाई गोपालगंज : सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत कर्मी अपने किराये के घर में अस्पताल से चोरी की गयी दवा को रखे हुए था. वह उसे गांव में ले जाकर बेचता था. मकान मालकिन सुनीता सिंह की शिकायत पर मामले […]
छापेमारी में कर्मी के घर में मिली सरकारी दवा
घर मालिक की शिकायत पर हुई कार्रवाई
गोपालगंज : सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत कर्मी अपने किराये के घर में अस्पताल से चोरी की गयी दवा को रखे हुए था. वह उसे गांव में ले जाकर बेचता था. मकान मालकिन सुनीता सिंह की शिकायत पर मामले का खुलासा हुआ है. नगर थाने की पुलिस सब इंस्पेक्टर संतोष कुमार की नेतृत्व में पहुंची. पुलिस ने कर्मी के कमरे में ताला बंद कर दिया. कार्रवाई नहीं होने पर मकान मालकिन ने डीएम, एसपी, मीडिया, विधायक, विधान पार्षद, सांसद को इसकी जानकारी दी.
मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम राहुल कुमार ने एसडीओ शैलेश कुमार दास, एसीएमओ एके चौधरी, डॉ रमेश मिश्रा, डीपीएम अरविंद कुमार झा, पुलिस इंस्पेक्टर बालेश्वर राय की टीम गठित कर जांच का आदेश दिया.
शाम में अधिकारियों ने मौके पर सब इंस्पेक्टर संतोष कुमार को बुलाया. संतोष कुमार ने कमरे में ताला बंद करने से इनकार कर दिया. मकान मालकिन ने अधिकारियों के समक्ष आरोप लगाया कि शुक्रवार को जब घर में ताला बंद किया गया, तो थाने में बुला कर 50 हजार रुपया लेकर मामले को रफा-दफा करने की सलाह सब इंस्पेक्टर के द्वारा दी गयी. सुनीता सिंह कार्रवाई की मांग पर अड़ी हुई थी. कमरा खोला गया, तो उसमें सैकड़ों की संख्या में जीवन रक्षक इंजेक्शन बरामद किया गया.
अधिकारियों ने दवा को जब्त कर लिया है. एसीएमओ डॉ एके चौधरी ने बताया कि पूरे मामले में जब्ती सूची बना कर डीएम को रिपोर्ट भेजी जायेगी. आदेश के अनुरूप कार्रवाई होगी.
क्या है पूरा मामला : छह अप्रैल को सिविल सर्जन कार्यालय का कर्मी उमेश चौधरी सुनीता कुमारी के मकान में किराये पर रहने पहुंचा. सुनीता ने एक दिन सरकारी दवा बेचते देख लिया. उसने सरकारी दवा बेचने से मना किया और इसकी शिकायत नगर थाने में की. सब इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने जांच कर ताला बंद करा दिया. शनिवार को जब कार्रवाई नहीं हुई, तो सुनीता ने अधिकारियों के पास हंगामा खड़ा कर दिया.