थावे जंकशन पर ट्रेन से कटा कपड़ा कारोबारी, गयी जान
शर्मनाक. परिजनों को किया था फोन, मदद के लिए नहीं पहुंची रेल पुलिस मीरगंज : थावे जंकशन पर रविवार की रात छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन पर चढ़ने के दौरान धक्का-मुक्की के कारण कपड़ा कारोबारी गिर गया. ट्रेन की चपेट में आने के कारण मीरगंज का कपड़ा कारोबारी रेवती रमन गुप्ता उर्फ बुटी प्रसाद गंभीर रूप से […]
शर्मनाक. परिजनों को किया था फोन, मदद के लिए नहीं पहुंची रेल पुलिस
मीरगंज : थावे जंकशन पर रविवार की रात छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन पर चढ़ने के दौरान धक्का-मुक्की के कारण कपड़ा कारोबारी गिर गया. ट्रेन की चपेट में आने के कारण मीरगंज का कपड़ा कारोबारी रेवती रमन गुप्ता उर्फ बुटी प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गया. जंकशन से ट्रेन के चले जाने के बाद मदद के लिए घायल कारोबारी लोगों से गुहार लगाता रहा, लेकिन उसकी मदद के लिए कोई भी यात्री आगे नहीं आया. रेल पुलिस भी नहीं पहुंची, तो परिजनों के पास फोन कर घटना की जानकारी दी.
परिजन जंकशन पर पहुंच और इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया, जहां कारोबारी की मौत हो गयी. इंसानियत को शर्मसार करनेवाली घटना के बाद से परिजन और कारोबारी सदमे में हैं. सोमवार की सुबह रेल पुलिस ने सदर अस्पताल में पीड़ित परिजनों का बयान लिया. परिजनों ने घटना की पूरी जानकारी दी. परिजनों ने बताया कि मीरगंज कल्याणी चौक निवासी स्व राजाराम प्रसाद गुप्ता के पुत्र रेवती रमन गुप्ता उर्फ बुटी प्रसाद व्यवसाय के सिलसिले में ट्रेन से लखनऊ जाने के लिए रविवार की रात घर से निकले थे. थावे से जानेवाली छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस में चढ़ने के क्रम में हुई धक्का-मुक्की से फिसल कर रेलवे ट्रैक पर गिर गये.
गिरने के बाद जख्मी हो कर बहुत देर तक ट्रैक पर बुटी गुप्ता छटपटाते-कराहते रहे, लेकिन किसी ने सहायता के लिए हाथ नहीं बढ़ाया. थावे की रेल पुलिस काफी देर तक अनजान बनी रही. किसी तरह कराहते हुए स्वयं बुटी प्रसाद ने परिजनों को फोन किया. खबर मिलते ही मीरगंज से शुभम कुमार, मुन्ना कुमार, ऋतिक कुमार, राहुल कुमार आदि थावे जंकशन से बुटी प्रसाद को अस्पताल ले गये, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. बुटी प्रसाद की मौत ने परिजनों सहित मुहल्ले वालों को हिला कर रख दिया है. घरवालों सहित मुहल्ले में कोहराम मचा हुआ है. वहीं, रेल पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना नहीं थी. पुलिस को सूचना मिलने पर तत्काल मामले की जांच कर कार्रवाई किया गया.
काश! पापा की मदद के लिए पहुंच जाते अंकल: कारोबारी की मौत से मीरगंज में हर कोई गम में था. रेवती रमन गुप्ता उर्फ बुटी प्रसाद के बच्चे भी रो-रो कर पिता को बचाने की गुहार लोगों से लगाते रहें. छोटू रो-रो कर बार-बार कहता रहा कि काश! अंकल मदद के लिए पहले पहुंच जाते, तो शायद जान बच जाती. आसपास के लोग बच्चों और पीड़ित परिवार को सांत्वना देने में जुटे रहे.