खादी भंडार में आये मिल के कपड़े की होगी जांच

बरौली खादी भंडार में मिले मिल के कपड़े से संघ का इनकार तत्कालीन प्रबंधन के तबादले के बाद संघ पर बनाया जा रहा दबाव गोपालगंज : बरौली खादी ग्रामोद्योग संघ द्वारा संचालित खादी भंडार प्रतिष्ठान से मिल का कपड़ा मिलने के मामले में खादी ग्रामोद्योग संघ ने पल्ला झाड़ लिया है. संघ इस मामले को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2017 4:45 AM

बरौली खादी भंडार में मिले मिल के कपड़े से संघ का इनकार

तत्कालीन प्रबंधन के तबादले के बाद संघ पर बनाया जा रहा दबाव
गोपालगंज : बरौली खादी ग्रामोद्योग संघ द्वारा संचालित खादी भंडार प्रतिष्ठान से मिल का कपड़ा मिलने के मामले में खादी ग्रामोद्योग संघ ने पल्ला झाड़ लिया है. संघ इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराने का फैसला किया है. संघ के मंत्री सुरेंद्र सिंह ने बताया कि भंडार में काम करनेवाले कर्मियों के द्वारा मिल का कपड़ा खरीद कर भंडार में रखा गया. यह कारनामा खादी ग्रामोद्योग संघ को बदनाम करने की साजिश है. जिले के स्टोर से ऐसा कोई कपड़ा भंडार को नहीं दिया गया है.
उन्होंने बताया कि कोलकाता टेक्सटाइल कमेटी खादी के उत्पाद की प्रत्येक तीन माह पर टेस्टिंग करने के बाद ही उन्हें बिक्री के लिए सेंटर पर भेजा जाता है. जहां तक तीन बुनकरों पर भुगतान नहीं देने का आरोप है तो इस मामले में 28 मार्च को ही बुनकरों के नाम चेक काटा गया, जो आज तक लेने नहीं आया. संघ का कहना है कि 26 मार्च को बरौली खादी भंडार के प्रबंधक रामकुमार सिंह का तबादला भोरे किया गया.
उसके बाद से उनकी पत्नी तथा सहायक के पद पर कार्यरत उनकी पत्नी मिंटू देवी के द्वारा संघ पर बेबुनियाद आरोप लगाये जा रहे हैं. संघ पर दबाव बनाने के लिए साजिश रची जा रही है. अध्यक्ष विपिन राय ने बताया कि 28 मार्च को मिंटू देवी की शिकायत उन्हें मिली. 12 अप्रैल को साक्ष्य के साथ पहुंचने को कहा गया. सादा सीडी साक्ष्य में उपलब्ध कराया गया. 20 मई को पुन: पूरे साक्ष्य के साथ आमसभा की बैठक में मिंटू देवी को बुलाया गया है. मंत्री पर लगाये गये आरोप अगर प्रमाणित होते हैं, तो संघ कार्रवाई भी करेगा.

Next Article

Exit mobile version