मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच रोजेदारों के पांचवें रोजे पूरे
नमाज के साथ कुरान पाक की तिलावत में गुजारा शाम को मसजिदों में रोजेदारों की रही भीड़ गोपालगंज : मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच गुरुवार को रोजेदारों ने पांचवें दिन के रोजे पूरे किये. दो दिन पूर्व तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने रोजेदारों को गरमी और तपिश से सुकून पहुंचाया. शाम को मसजिदों […]
नमाज के साथ कुरान पाक की तिलावत में गुजारा
शाम को मसजिदों में रोजेदारों की रही भीड़
गोपालगंज : मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच गुरुवार को रोजेदारों ने पांचवें दिन के रोजे पूरे किये. दो दिन पूर्व तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने रोजेदारों को गरमी और तपिश से सुकून पहुंचाया. शाम को मसजिदों में रोजा खोलने के लिए भीड़ लग गयी.बहुत से लोग घर से इफ्तार लेकर मसजिद और सामूहिक इफ्तार में शामिल हुए. खुदा की रहमत हासिल करने के लिए हर कोई बेकरार दिखा. महिलाओं और पुरुषों ने अपने रूटीन कार्यों से हट कर ज्यादा वक्त नमाज के साथ कुरान पाक की तिलावत में गुजारा.
इफ्तार के बाद तरावीह की नमाज में मसजिद नमाजियों से गुलजार रही. हालांकि कई मोहल्लों में जलजमाव के कारण लोगों को मसजिद तक पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ा.
चाय की दुकानों पर भीड़ : इफ्तार के बाद चौराहों पर चाय की चुस्कियों का दौर देर रात तक चल रहा है. गुरुवार को इफ्तार के बाद जंगलिया चौक, मौनिया चौक, अस्पताल मोड़, चंद्र गोखुल रोड समेत तमाम मोहल्लों में देर रात तक चाय की दुकानों पर चहल-पहल दिखी.
रोजेदार को इफ्तार कराने से मिलता है सवाब : रमजान का पूरा महीना बरकतों वाला है. इस माह कुछ खास चीजों का एहतराम किया जाये तो रोजेदारों को बेशुमार सवाब मिलता है.
रोजेदार को इफ्तार कराना और गरीब एवं बेसहारा की मदद करने से अल्लाह खुश होते हैं और अपने बंदों को उसका इनाम देते हैं. मौलाना एजाज अहमद ने बताया कि कुछ लोग मोहम्मद साहब के पास गये और उनसे पूछा, जो लोग गरीब हैं और रोजेदार को इफ्तार कराने की हैसियत में नहीं है क्या वह कयामत के दिन आपकी सिफारिशों से मरहूम रह जायेंगे.
जवाब में मो साहब ने कहा कि इफ्तार का मतलब यह नहीं है कि किसी को भरपेट खिलाया जाये, बल्कि जो शख्स रोजेदार को एक खजूर या पानी पिला देगा उसे भी दूसरों के बराबर सवाब मिलेगा.