हाइवे पार कर रहे युवक को ट्रक ने रौंदा, डेढ़ किमी तक घसीटा, विरोध में रोड जाम
थाना क्षेत्र के सोनबरसा से गुजरने वाली एनएच 27 पर गुरुवार की दोपहर मिर्जापुर के एक युवक काे, जो पैदल ही हाइवे पार कर रहा था, ट्रक ने रौंद दिया. घटनास्थल मिर्जापुर और सोनबरसा के बीच था, जहां मृतक हाइवे पार कर दूसरी ओर जा रहा था. तभी पश्चिम दिशा से आ रही अनियंत्रित ट्रक ने संतोष मांझी को रौंद दिया.
बरौली. थाना क्षेत्र के सोनबरसा से गुजरने वाली एनएच 27 पर गुरुवार की दोपहर मिर्जापुर के एक युवक काे, जो पैदल ही हाइवे पार कर रहा था, ट्रक ने रौंद दिया. घटनास्थल मिर्जापुर और सोनबरसा के बीच था, जहां मृतक हाइवे पार कर दूसरी ओर जा रहा था. तभी पश्चिम दिशा से आ रही अनियंत्रित ट्रक ने संतोष मांझी को रौंद दिया. दुर्घटना इतनी भीषण थी कि दुर्घटना के बाद शव कई टुकड़ों में बंट गया. मृतक के शरीर के अंग ट्रक में फंसकर हाइवे पर बिखरते रहे और ट्रक भागता रहा. मृतक का सिर कहीं और था, तो उसका पैर उससे डेढ़ किमी आगे पड़ा था. इस वीभत्स नजारे को कुछ ग्रामीणों ने देखा और ट्रक का पीछा भी किया लेकिन वह पकड़ में नहीं आया और महम्मदपुर की ओर भाग गया. पोस्टमार्टम में शव भेजने के लिए भी शव को बटोरने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. घटना की सूचना पर मिर्जापुर तथा सोनबरसा के ग्रामीण पहुंचे और हाइवे को जाम कर दिया. इस जाम से करीब डेढ़ घंटे तक हाइवे पर आवागमन पूरी तरह बंद रहा. ग्रामीणों की मांग थी कि दोषी ट्रक चालक को पकड़ा जाये और मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाये. पुलिस द्वारा कार्रवाई का भरोसा देने तथा बुद्धिजीवियों के समझाने पर ग्रामीण शांत हुए, तो डेढ़ घंटे बाद आवागमन शुरू हो सका. मृतक मिर्जापुर के नथुनी मांझी का बेटा संतोष मांझी था, जो किसी काम से सोनबरसा जा रहा था. वहीं संतोष के मौत की खबर जैसे ही मिर्जापुर पहुंची, लगभग सारा मिर्जापुर गांव ही हाइवे पर जमा हो गया और हाइवे के दोनों लेन को पूरी तरह जाम कर दिया. मृतक की पत्नी तथा बेटियां भी हाइवे पर पहुंच गयीं तथा संतोष का शव कई टुकड़ों में देखते ही बेहोश होकर हाइवे पर गिर पड़ीं. बेटी जहां अपने पापा को तलाश रही थी, वहीं पत्नी अपने सुहाग के कई टुकड़े में बंट जाने से अवाक-सी थी. उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि करीब आधा घंटा पहले संतोष सलोना मोड़ पर जाने तथा जल्दी से जल्दी लौट कर आने की बात बोलकर घर से निकला था, वह दुनिया में नहीं रहा और अब उसका सुहाग उजड़ गया है. हालांकि उसके साथ हाइवे पर पहुंची गांव तथा पड़ोस की महिलाएं उसे संभाल रही थी, लेकिन वह जैसे बेसुध हो गयी थी. संतोष की मौत से गुस्साये ग्रामीणों ने हाइवे को पूरी तरह जाम कर दिया. ग्रामीणों की मांग थी कि दोषी ट्रक चालक को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये. वहीं परिजनों को उचित मुआवजा भी दिलवाया जाये. जाम के कारण दर्जनों सवारी बस तथा अन्य यात्री गाड़ियां फंसी रहीं और उसमें सवार बच्चे, बुजुर्ग तथा महिलाएं पानी के लिए परेशान रहे क्योंकि दुर्घटनास्थल के आसपास कोई दुकान नहीं है. खास कर इस जाम में फंसकर छोटे बच्चे प्यास और गर्मी से बिलबिलाते रहे. वहीं पुलिस लोगों को समझाकर जाम हटाने में लगी रही, जिसमें उसे करीब डेढ़ घंटे बाद सफलता मिल सकी.
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