दिल्ली-गुवाहाटी एनएच-27 की पुलिया का एप्रोच रोड धंसा, हो सकता है बड़ा हादसा
दिल्ली से गुवाहाटी तक को जोड़नेवाली एनएच-27 पर पुलिया की एप्रोच सड़क दोनों किनारे टूट कर धंस गयी है. आठ से 10 फुट गहरा गड्ढा बन गया है, इससे कभी कभी बड़ा हादसा हो सकता है.
गोपालगंज. दिल्ली से गुवाहाटी तक को जोड़नेवाली एनएच-27 पर पुलिया की एप्रोच सड़क दोनों किनारे टूट कर धंस गयी है. आठ से 10 फुट गहरा गड्ढा बन गया है, इससे कभी कभी बड़ा हादसा हो सकता है. बड़ी गाड़ियां दुर्घटना की शिकार हो सकती हैं. ये तस्वीर कुचायकोट थाना क्षेत्र के सासामुसा के पास छोटी पुलिस के पास की है. बारिश के बाद एचएच-27 के बिगड़े हालात से हर रोज लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. ये हाल तब है जब परिवहन विभाग ने एनएच-27 पर सर्वाधिक दुर्घटना होने की रिपोर्ट दी है. स्थानीय लोगों ने बताया कि सासामुसा के पास पुलिया किनारे धंसी सड़क की वजह से मंगलवार को दो बाइक सवार दुर्घटना के शिकार हो गये, इसके बाद ग्रामीणों ने लकड़ी और ईंट का टुकड़ा के साथ लाल रंग के कपड़े लगाकर डेंजर जोन का संकेतक बनाया है, ताकि लोग हादसे का शिकार न हो सके. वहीं, कुचायकोट में ही भठवा ओवरब्रिज पर कई जगह सड़कें टूट गयी हैं, इस वजह से यहां भी चार पहिया वाहन दुर्घटना के शिकार हो गये. इसमें दो लोग घायल हो गये. हादसा होने के बाद लोगों ने स्थानीय प्रशासन से इसकी शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, इस संबंध में सदर एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार ने एनएचएआइ के अधिकारियों को तत्काल टूटी हुई एनएच-27 को मरम्मत करने के निर्देश दिये हैं. वहीं, सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य शाहिद इमाम ने भी एनएच-27 पर पुलिया के किनारे धंसी सड़क पर चिंता जतायी है और तत्काल मरम्मत कर गड्ढों को भरने की मांग की है, ताकि वाहन दुर्घटना का शिकार न हो सके. परिवहन विभाग की ओर से जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार ज्यादातर हादसे में मौत एनएच-27 पर हुए हैं. एनएच-27 पर 2023 में 76 दुर्घटना हुए, जिसमें 67 लोगों की मौत हुई. इसके बाद एसएच-90 पर एसएच पर 37 मौतें हुईं. एनएच-531 पर पूरे साल चार लोगों की मौत हुई, इसकी वजह संकेतक का होना और एनएच की बनावट अच्छी तरह का होना है.
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