बलथरी चेकपोस्ट पर संदिग्ध कैलिफोर्नियम के जब्त होते ही अलर्ट हुई पुलिस, वाहनों की सघन जांच शुरू
बलथरी स्थित यूपी-बिहार का चेकपोस्ट इन दिनों सुर्खियों में है. जिला मुख्यालय से 25 किलाेमीटर दूर बलथरी चेकपोस्ट यूपी की सीमा को जोड़ती है. यहां कुचायकोट थाने की पुलिस ने 19 दिनों में रेडियो एक्टिव पदार्थ, लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों से ऑस्ट्रिया निर्मित विदेशी चार पिस्टल, 10 करोड़ की चरस बरामद की है.
कुचायकोट. बलथरी स्थित यूपी-बिहार का चेकपोस्ट इन दिनों सुर्खियों में है. जिला मुख्यालय से 25 किलाेमीटर दूर बलथरी चेकपोस्ट यूपी की सीमा को जोड़ती है. यहां कुचायकोट थाने की पुलिस ने 19 दिनों में रेडियो एक्टिव पदार्थ, लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों से ऑस्ट्रिया निर्मित विदेशी चार पिस्टल, 10 करोड़ की चरस बरामद की है. पुलिस की इस कार्रवाई के बाद चेकपोस्ट पर सख्ती बढ़ा दी गयी है. यूपी से आनेवाली और बिहार से जानेवाली एक-एक वाहनों की सख्ती से जांच की जा रही है. 22 जुलाई को चेकपोस्ट पर कुचायकोट थाने की पुलिस ने नागालैंड नंबर की एक बस से दो अपराधियों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से ऑस्ट्रिया निर्मित चार ग्लोक पिस्टल, आठ मैगजीन बरामद की गयी थी. गिरफ्तार किये गये हथियार तस्करों में मुजफ्फरपुर के गाय घाट थाना क्षेत्र के बोवारी गांव निवासी शंतनु शिवम और राजस्थान के अजमेर जिले के कमल राव शामिल थे. इन तस्करों से पूछताछ के बाद पुलिस ने एसटीएफ की मदद से तीसरे गुर्गे राजस्थान के अजमेर जिला के मांगलीयावास थाना क्षेत्र के केसरपुर निवासी नारायण सिंह के पुत्र दिनेश सिंह रावत को 24 जुलाई को गिरफ्तार किया था. फिलहाल तीनों गुर्गे जेल में बंद हैं. उसके बाद तीन अगस्त काे कुचायकोट थाने की पुलिस ने एक स्विफ्ट डिजायर कार से कुल 71 किलोग्राम चरस के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया था. चरस की खेप नेपाल से दिल्ली ले जायी जा रही थी. पूर्वी चंपारण के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पतौरा निवासी सुदीश कुमार और पूर्वी चंपारण के पताही थाना क्षेत्र के परसौनी निवासी मंदीप कुमार को गिरफ्तार किया गया था. चरस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 8 से 10 करोड़ रुपये थी. अब पुलिस ने नौ अगस्त को पुलिस ने 50 ग्राम रेडियोएक्टिव पदार्थ जब्त बरामद किया है. साथ ही यूपी-बिहार के तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. कुचायकोट थाने की पुलिस द्वारा जब्त किये गये रेडियोएक्टिव पदार्थ को कैलिफोर्नियम होने का संदेह है.
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