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भोरे गोलीकांड का 28 दिनों बाद हुआ खुलासा, चार गिरफ्तार

भोरे के खजुरहां में हुए गोलीकांड में घायल दुबई के बिजनेसमैन के गोली मारने के मामले का खुलासा पुलिस ने कर लिया है. 28 दिनों के कड़ी मेहनत के बाद पुलिस टीम ने घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 25, 2024 10:17 PM

भोरे. भोरे के खजुरहां में हुए गोलीकांड में घायल दुबई के बिजनेसमैन के गोली मारने के मामले का खुलासा पुलिस ने कर लिया है. 28 दिनों के कड़ी मेहनत के बाद पुलिस टीम ने घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से हथियार और एक स्कॉर्पियो भी जब्त की गयी है. इस कांड में अन्य लोगों के शामिल होने की बात बतायी गयी है. जिनकी तलाश में छापेमारी जारी है. 25 जुलाई की देर रात एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. जिनकी पहचान भोरे थाना क्षेत्र के भदवही गांव के नागेंद्र यादव, बनकटा खास गांव निवासी झुन्ना मिश्रा, कटेया थाना क्षेत्र के लोहठी गांव निवासी शंभू पांडेय और फुलवरिया थाना क्षेत्र के मजीरवा कला गांव निवासी उमाशंकर गुप्ता के रूप में की गयी. गाड़ी की तलाशी लेने पर उसमें से दो लोडेड कट्टा और चार कारतूस बरामद किया गया. 28 जून को स्थानीय थाना क्षेत्र के नोनियाछापर गांव निवासी तुलसी सिंह के पुत्र अरविंद सिंह अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी को ठीक करने खजुरहां स्थित आजाद डेटिंग गैरेज पर आये हुए थे, जहां एक ही बाइक पर सवार अपराधियों ने अपनी गाड़ी रोककर उन पर फायरिंग कर दी थी. जिसमें वह पूरी तरह जख्मी हो गये थे. घटना को लेकर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. गोलीकांड के खुलासे में लगी पुलिस टीम ने तकनीकी आधार पर जब जांच शुरू की, तो पूरा मामला सामने आ गया. इस कांड जिन अपराधियों की गिरफ्तारी की गयी है. बताया जा रहा है कि वह सभी घटना से पहले और घटना के बाद तक आपस में लगातार संपर्क कर रहे थेख्जि सके आधार पर जब आगे की जांच की गयी, तो पता चला कि गोली मारने वाला जो सच था, वह पूरे थाना क्षेत्र के भदोही गांव का था. मामले में अपराधियों की जानकारी पुलिस को लगी, तो एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता, भोरे थानाध्यक्ष अनिल कुमार, पुलिस पदाधिकारी लक्ष्मी नारायण महतो, धीरज कुमार गुप्त सहित अन्य पुलिस इमिलिया गांव के पास अपना जाल बिछाया. पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ की. बताया गया है कि गोली मारने वालों में नागेंद्र यादव शामिल था. जबकि शेष तीन अपराधी लाइनर का काम कर रहे थे. जिन अपराधियों की गिरफ्तारी की गयी है उनका पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है. इनपर हत्या, लूट, जानलेवा हमला, रंगदारी, डकैती जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं. पुलिस ने चार लोगों की गिरफ्तारी तो कर ली है लेकिन घटना के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है. आखिर गोली क्यों मारी गयी.

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