गोपालगंज में किसानों ने रोका तटबंध का प्रोटेक्शन कार्य, जानें कैसे हुए राजी
गोपालगंज: देवापुर में टूटे रिंग बांध और मेन बांध से बहाव रोकने के लिये विभाग द्वारा कराये जाने वाले प्रोटेक्शन कार्य को सोमवार को किसानों ने रोक दिया, जिससे दोपहर तक कार्य बाधित रहा. किसान अपनी जमीन खाली होने की गारंटी और मुआवजे की मांग कर रहे थे. दोपहर बाद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के आश्वासन के बाद प्रोटेक्शन कार्य शुरू हुआ.
गोपालगंज: देवापुर में टूटे रिंग बांध और मेन बांध से बहाव रोकने के लिये विभाग द्वारा कराये जाने वाले प्रोटेक्शन कार्य को सोमवार को किसानों ने रोक दिया, जिससे दोपहर तक कार्य बाधित रहा. किसान अपनी जमीन खाली होने की गारंटी और मुआवजे की मांग कर रहे थे. दोपहर बाद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के आश्वासन के बाद प्रोटेक्शन कार्य शुरू हुआ.
23 जुलाई की रात टूटा था तटबंध
गौरतलब है कि 23 जुलाई की रात गंडक की धारा ने देवापुर में छरकी और सारण मुख्य तटबंध को ध्वस्त कर दिया. इसको लेकर 26 पंचायतों में बाढ़ से तबाही है. इधर रिंग बांध और मेन बांध के टूटे भाग से पानी का बहाव रोकने के लिये विभाग की ओर प्रोटेक्सन कार्य कराया जा रहा है. प्रोटेक्शन कार्य के तहत बंबू पायलिंग का कार्य किसानों के खेत में हो रहा है. इसके लिये किसानों से कोई अनुमति नहीं ली गयी है. जिन किसानों के खेत में बंबू पालिंग का कार्य कराया जा रहा है, वे किसान सोमवार को कार्य स्थल पर पहुंचकर काम रोक दिये. किसानों का कहना था कि बाढ़ से उनकी धान की फसल चली गयी.
जमीन खाली कर देने का मिला आश्वासन
अब बंबू पायलिंग कर अवरोधक बनाया जा रहा है जिसे गेहूं का फसल भी नहीं होगा. साथ इसकी गारंटी हो कि तटबंध और रिंग बांध के निर्माण के समय उनका खेत खाली कर दिया जायेगा. काम रोकने की सूचना पर पहुंचे कार्यपालक अभियंता नवल किशोर सिंह और अधीक्षण अभियंता विनय कुमार सिंह किसानों से वार्ता कर आश्वस्त किये कि उनकी जमीन खाली कर दी जायेगी और मुआवजे पर भी विचार किया जायेगा. तब जाकर किसान शांत हुए और प्रोटेक्शन कार्य शुरू हुआ.
मेन तटबंध पर सी और रिंग बांध पर डी आकृति का हो रहा प्रोटेक्सन
इधर, टूटे तटबंध और रिंग बांध पर बहाव को प्रोटेक्ट करने का काम शुरू किया है. इसके लिये रिंग बांध पर डी आकृति तैयार की जा रही है, वही मेन तटबंध को सी के आकार में घेरा जा रहा है. दोनों ही आकृति को बंबू पाइलिंग कर सैंड बैग से अस्थायी तटबंध का रूप दिया जाना है. फिलहाल बंबू पाइलिंग का कार्य प्रगति पर है. इधर पानी का बहाव भी कम हो गया है जिससे काम में तेजी आयी है. इससे पूर्व टूटे रिंग बांध के दोनों मुहानों पर नोज का निर्माण कर लिया गया है
posted by ashish jha